मथुरा। फर्जी दस्तावेज के आधार पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर फार्मासिस्ट की नौकरी करने का मामला सामने आया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य महानिदेशक को भेजी गई शिकायत के बाद हड़कंप है, विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। इस संबंध में फरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. रामवीर सिंह ने बताया कि अभी विभागीय पड़ताल चल रही है। सीएमओ डॉ. रचना गुप्ता का कहना है कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि फार्मासिस्ट सत्येंद्रपाल फर्जी कागजातों के आधार पर नौकरी कर रहा है, पूरी रिपोर्ट एडी (आगरा) की जांच में ही पता चल सकेगा। जनसूचना में इसके बारे में जानकारी दे दी गई है। शिकायतकर्ता नेत्रपाल सिंह ने डीएम नवनीत सिंह चहल को भी जानकारी दी है।
बताया जाता है कि फरह के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेरी परखम पर फार्मासिस्ट सत्येंद्र पाल सिंह फर्जी रजिस्ट्रेशन के आधार पर लंबे समय से नौकरी कर रहा है। उसने जो प्रमाणपत्र लगाया, उसकी पड़ताल में पता चला है कि वह रजिस्ट्रेशन नंबर (19272) नैनीताल निवासी चंद्रलाल चुनेरा का है, जिसकी मृत्यु हो चुकी है। वास्तव में सत्येंद्र पाल सिंह उर्फ सत्यपाल यादव हाईस्कूल पास बताया गया है। 2000 में वह 12वीं में फेल हो चुका है। शिकायतकर्ता नेत्रपाल सिंह के पत्र पर उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य महानिदेशक ने इसकी जांच अपर स्वास्थ्य निदेशक (आगरा मंडल) अविनाश कुमार सिंह को दी है जो जांच की कार्रवाई कर रहे हैं।