पानीपत। तहसील कैंप में कई सालाें से बिना नाम के चल रहे क्लीनिक पर काे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। यहां 50 वर्षीय महिला गर्भवती काे इंजेक्शन लगाने से पहले ही पकड़ी गई। टीम ने माैके से ग्लूकोज, इंजेक्शन व दवाएं बरामद की। महिला काे पुलिस काे साैंपकर क्लीनिक सील कर दिया है। आरोपी से डिग्री व डिप्लोमा मांगा गया, लेकिन उसके पास कुछ नहीं मिला। उसने बताया कि वह कई सालाें से यहां प्रेक्टिस कर रही है। नकली दवाएं भी देती है, साथ में ये भी बोल देती है कि गर्भपात की गारंटी नहीं है। केस दर्ज कर उसके क्लीनिक काे सील कर दिया गया है।

पीएनडीटी इंचार्ज डॉ. ‌अमित कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि चोपड़ा क्लीनिक पर महिला अवैध रूप से गर्भपात कराती है। वह मेलाराम पार्क के पास घर के काेने में क्लीनिक चला रही थी। डीसी धर्मेंद्र सिंह के निर्देशों पर सीएमओ डॉ. संतलाल वर्मा ने टीम का गठन किया। इसमें डीसीओ विजय राजे, डॉ. सुखदीप कौर, ड्यूटी मजिस्ट्रेट व अन्य शामिल रहे। डाॅ. अमित ने बताया कि हमने बाेगस ग्राहक बनाई गई थी, उसे साथ भी ले गए, लेकिन उसकी जरूरत ही नहीं पड़ी। जैसे ही हम वहां पहुंचे, एक गर्भवती महिला अंदर जा रही थी, हम उसके पीछे गए।

पूनम गर्भवती को इंजेक्शन लगाने वाली थी। इससे पहले हमने उसे पकड़ लिया। पुलिस ने 420 और इंडियन मेडिकल काउंसिलिंग के तहत केस दर्ज किया है। पहले टीम ने दाे दिन तक रैकी की थी। महिला पर गर्भपात की दवा देने का आराेप था, लेकिन माैके पर पता लगा कि वह गर्भपात के नाम पर नकली दवा दे रही है। आरोपी कहती थी कि गर्भपात की गारंटी नहीं है। इलाज कराना है ताे कराओ। ड्रग कंट्रोलर ने क्लीनिक से दवाओं को बरामद किया है।