बांसवाड़ा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले के गांगड़तलाई में दबिश देकर एक फर्जी चिकित्सक को इलाज करते दबोचा है। आरोपी के क्लीनिक से गर्भनिरोधक इंजेक्शन भी जब्त किए गए हैं। कार्रवाई के दौरान पहुंची पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया। इधर, पुलिस ने प्रारंभिक जांच में ही सनसनीखेज खुलासा किया है। गिरफ्तार आरोपी बंगाल निवासी अपूर्व विश्वास केवल दसवीं पास है और वह हर मर्ज का उपचार करने का दावा करता था। पुलिस के अनुसार यह क्लीनिक करीब 10 वर्ष से संचालित था। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि उसके भाई के नाम पर दवा सप्लाई की कोई डिग्री उसके पास है, जिसे वह इस्तेमाल कर रहा था।
स्वास्थ्य विभाग की टीम जब यहां पहुंची तो झोलाछाप अपूर्व रोगियों का इलाज कर रहा था। विभाग की टीम को देखकर वह घबरा गया और इलाज छोडक़र खड़ा हो गया। उपचार व दवाओं के विषय में चिकित्सकीय दल में शामिल डॉ. भंवरलाल पटेल, डॉ. पंकज डामोर, डॉ. आर दोतनिया व मेल नर्स रमेश ने जब उससे एक के बाद एक सवाल किए तो वह बगले झांकने लगा। दल ने उसे चिकित्सकीय डिग्री व अन्य प्रमाण पत्र दिखाने को कहा तो वह कुछ नहीं बोला। इसके बाद विभागीय दल को उसके झोलाछाप होने की पुष्टि हुई। सूचना पर सल्लोपाट पुलिस मौके पर पहुंची और झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार किया। मामले में डॉ. पटेल ने एफआईआर दर्ज करवाई है। दल ने क्लीनिक का पूरा कक्ष खंगाला तो उसे दवाओं का भी ढेर मिला। इसमें कई ऐसे इंजेक्शन भी थे जो गर्भनिरोधक के रूप में काम में आते हैं। ये बहुत खतरनाक होते हैं और विशेष स्थिति में विशेषज्ञों के परामर्श के बाद ही इनका उपयोग किया जाता है। साथ ही स्टेरायड्स युक्त दवाएं भी मिली, जिनका अधिक उपयोग घातक भी हो सकता है। छापे के दौरान बायोवेस्ट के भी ठीक से निस्तारण की व्यवस्था नहीं थी। उपयोग के बाद सीरींज खुले में पड़ी थीं और ड्रीप के बाद खाली बोलतें व घाव की सफाई के पश्चात रुई इत्यादि भी खुले में पड़ी मिली, जिसे टीम ने गंभीर गड़बड़ी माना है।