भागलपुर (बिहार)। फाइलेरिया की दवा खाने से भागलपुर के सरकारी स्कूल में बच्चों की तबीयत अचानक खराब हो गई गई। करीब एक दर्जन बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। इससे परिजनों में हडक़ंप मचा हुआ है।

यह है मामला

भागलपुर के मध्य विद्यालय उर्दू बाजार में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए बच्चों को दवा खिलायी जा रही थी। बताया गया कि दवा खाने के बाद करीब आधा दर्जन से अधिक बच्चों फाइलेरिया का स्वास्थ्य खराब हो गया। बीमार बच्चों को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल लाया गया। अस्पताल में अभिभावकों, शिक्षक व दूसरे छात्रों की भीड़ लग गई।

एलबिंडाजोल और डीईसी दी गई बच्चों को

परिजनों की शिकायत है कि बच्चे दवा खाते ही असजह महसूस करने लगे। कई बच्चों को सांस लेने में परेशानी महसूस होने लगी और वो जमीन पर ही अचेत होकर गिर पड़े। बच्चों की तबीयत बिगडऩे की सूचना पर प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची। बताया गया कि सरकारी अभियान के तहत फाइलेरिया की दो दवा एलबिंडाजोल और डीईसी सभी बच्चों को दी गई थी।

बता दें कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 10 से 16 फरवरी तक अभियान चलाया जा रहा है। निर्देश में कहा गया था कि बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा मध्याह्न भोजनोपरांत ही दी जाए।

भागलपुर के मध्य विद्यालय उर्दू बाजार में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए बच्चों को दवा खिलायी जा रही थी। बताया गया कि दवा खाने के बाद करीब आधा दर्जन से अधिक बच्चों फाइलेरिया का स्वास्थ्य खराब हो गया। बीमार बच्चों को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल लाया गया। अस्पताल में अभिभावकों, शिक्षक व दूसरे छात्रों की भीड़ लग गई।

एलबिंडाजोल और डीईसी दी गई बच्चों को

परिजनों की शिकायत है कि बच्चे दवा खाते ही असजह महसूस करने लगे। कई बच्चों को सांस लेने में परेशानी महसूस होने लगी और वो जमीन पर ही अचेत होकर गिर पड़े। बच्चों की तबीयत बिगडऩे की सूचना पर प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची। बताया गया कि सरकारी अभियान के तहत फाइलेरिया की दो दवा एलबिंडाजोल और डीईसी सभी बच्चों को दी गई थी।

बता दें कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 10 से 16 फरवरी तक अभियान चलाया जा रहा है। निर्देश में कहा गया था कि बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा मध्याह्न भोजनोपरांत ही दी जाए।