अयोध्या। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मसौधा में मरीजों की भीड़ के बीच अधीक्षक और सीनियर फार्मासिस्ट में कहासुनी हो गई। आरोप है कि अधीक्षक ने गाली-गलौज करते हुए फार्मासिस्ट को थप्पड़ जड़ दिया। इससे अस्पताल परिसर में हडक़ंप मच गया। कर्मचारी कमरों में तालाबंदी कर बाहर निकल आए और प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी करने लगे। करीब चार घंटे तक डॉक्टर, कर्मचारी और मरीजों में अफरा-तफरी मची रही। बाद में एडिशनल सीएमओ सीबी द्विवेदी ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया लेकिन डॉक्टर और कर्मचारी काम पर नहीं लौटे। जांच के दौरान एडिशनल सीएमओ ने करीब आधा दर्जन कर्मचारियों को अनुपस्थित कर दिया।
जानकारी अनुसार फार्मेसिस्ट वीपी सिंह कुत्ते का इंजेक्शन मरीजों को लगा रहे थे। डॉ. दिनेश वर्मा और डॉ. अबसार अली अंसारी सुबह के समय मरीजों को देख रहे थे। सीएचसी के कर्मचारी दीपचंद की पुत्री अस्पताल में भर्ती थी। इसी बीच अधीक्षक डॉ. बीएन यादव पहुंचे और मरीजों की भीड़ देखते ही भडक़ गए। उन्होंने कहा कि स्टाफ कर्मचारी की पुत्री को किसने भर्ती किया। कोई डॉक्टर और कर्मचारी अब यहां अपने घर का मरीज भर्ती नहीं करेगा। सभी कर्मचारी और डॉक्टर अधीक्षक के तेवर का विरोध करने लगे। बात बढऩे पर कहासुनी हो गई। आरोप है कि इसी बीच अधीक्षक ने फार्मासिस्ट का कॉलर पकड़ उसे थप्पड़ भी जड़ दिया। देखते ही देखते माहौल अराजक हो गया और समूचे सीएचसी परिसर में हडक़ंप मच गया। सभी कर्मचारी अपने अपने कक्ष में तालाबंदी कर बाहर निकल आए और अधीक्षक के विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी। करीब चार घंटे तक चले इस अराजकता के माहौल की खबर सुनते ही एडिशनल सीएमओ डॉ. सीवी द्विवेदी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। डॉक्टर और कर्मचारी इस जिद पर अड़े थे कि जब तक अधीक्षक को सजा नहीं मिलेगी, हम काम पर नहीं लौटेंगे। एडिशनल सीएमओ ने उपस्थिति पंजिका चेकिंग के दौरान आधा दर्जन कर्मचारियों को अनुपस्थित कर दिया। सीएचसी प्रभारी अधीक्षक डॉ. बीएन यादव ने बताया कि कर्मचारियों के आरोप निराधार हंै। किसी के साथ गाली-गलौज नहीं हुई और न ही किसी की कॉलर पकड़े जाने जैसी कोई बात है। अलबत्ता व्यवस्था में कर्मचारियों की खामियां देख फटकारा गया, जिसको कर्मचारियों ने तूल दे दिया।
वहीं, फार्मासिस्ट वीपी सिंह ने अधीक्षक पर गाली-गलौज व थप्पड़ मारने का आरोप लगाया। एसीएमओ डॉ. सीबी द्विवेदी ने कहा कि सीएचसी मसौधा में जो कुछ हुआ वह बहुत ही निंदनीय है। समूचे घटनाक्रम का शिकायती पत्र डॉ. अबसार अली अंसारी से लिया गया है। दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी। मामले की जांच की जा रही है।