बहादुरगढ़ /अम्बाला :– फार्मासिस्ट फाउंडेशन हरियाणा का राज्याध्यक्ष दीपक त्रिपाठी जो सरकारी फार्मासिस्ट भी है द्वारा समय समय पर खबरों में बने रहने के लक्ष्य से अजीब अजीब कार्यों को अंजाम देना मानो उसकी दिनचर्या में शुमार हो गया हो । इसी नीति पर काम करते हुए गत दिवस बहादुर गढ़ के दवा विक्रेताओं पर रॉब झाडने के साथ अवैध वसूली के मन से एक टीम बना कर एक स्थानीय पत्रकार को बरगला स्टिंग ऑपरेशन का बोल कर साथ ले लिया और पहुंचे ढिल्लो मेडिकोज पर स्वयं को चंडीगढ़ ड्रग्स डिपार्टमेंट की टीम बता लाइसेन्स की जांच शुरू की लाइसेन्स को नकली बता समाचार प्रकाशित होने का डरावा दे 15000/-की डिमांड की सौदा 6000/- में पटा जेब मे डाले अगला निशाना गुप्ता मेडिकल स्टोर था वहां से वसूली तो नही कर पाए धमका कर चल दिए राजु स्टोर पर यहां भी होंसले बुलन्द का अहसास करवाने जा प्रयास किया तो टीम फ़र्ज़ी होने का अंदेशा पुख्ता होते ही पैसे मंगवाने के लिए फोन करने के बहाने पुलिस को इतला दे दी मोके पर पुलिस आने पर इस टीम के सांस फूल गए भगदड़ में कुछ साथी मोके से भागने में सफल हुए । अभी तक ड्रग्स इंस्पेक्टर दीपक त्रिपाठी ने स्वयं की सही पहचान बताते हुए por 125 का हवाला दे मेडिकल स्टोर पर निरीक्षण का अधिकार दिया हुआ है जिसके अनुसार वे बतौर सरकारी फार्मासिस्ट निरीक्षण कर सकते हैं इस बारे पुलिस द्वारा औषधि प्रशासन मुख्यालय में राज्य औषधि नियंत्रक नरेन्द्र आहूजा से जानकारी लेने पर मामला स्पष्ट हो गया कि औषधि प्रशासन के इलावा किसी किसी भी फार्मासिस्ट को किसी भी दवा क्रय विक्रय केंद्र (रिटेल ,होलसेल) की दुकान या दवा निर्माता के परिसर में निरीक्षण की शक्तियां नही दी गई हैं जो ऐसा करता पाया जाए पुलिस उसके विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही करें जरूरत पड़ने पर विभाग पुलिस को इस बारे जरूरी सहायता उपलब्ध करवाएगा ।
पुलिस ने दीपक त्रिपाठी को मौके पर गिरफ्त में ले लिया तथा अन्य साथियों की गिरफ़तारी के लिए दबिश शुरू की त्रिपाठी सहित 5 लोगों को आज कोर्ट में पेश किया जिन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है छटे व्यक्ति वेद प्रकाश की धरपकड़ के लिए पुलिस दबिश दे रही है