बंगलूरू। स्वास्थ्य योजना ‘आयुष्मान भारत’ के बाद केंद्र सरकार मरीजों को सस्ता उपचार मुहैया कराने के लिए नेशनल फार्मा पॉलिसी लागू करने जा रही है। इससे शोध और गुणवत्ता के नाम पर मरीजों से होने वाली संगठित लूट पर रोक लगेगी और दवाओं की कीमत कम होगी। इसके तहत सरकार बारकोड सिस्टम लागू कर सकती है। दवाओं पर लगे बारकोड को स्कैन करने पर उसकी वास्तविक कीमत दवा दुकान पर मौजूद कंप्यूटर पर दिखाई देगी। इससे दुकानदार दवा को अधिक दाम में नहीं बेच पाएंगे।
बंगलूरू में फार्मा कांफ्रेंस इंडिया फार्मा एवं मेडिकल डिवाइस 2018 का उद्घाटन करते हुए रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि सरकार इस पर काम कर रही है। जल्द ही दवाओं की कीमत नियंत्रित करने वाले कानून में बदलाव किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिल के ऑपरेशन में काम आने वाले स्टेंट की तरह जल्द ही मरीजों को इम्प्लांट जैसे ऑपरेशन के दौरान सस्ते उपकरण मिलेंगे। इस योजना में बैलून और कैथेटर का सस्ता होना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में सरकार ने देश में दवाएं सस्ता करने का ग्राफ 400 से 1100 तक पहुंचाया है। इसमें हार्ट, कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां अहम हैं। मरीजों को सीधा लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने इस साल करीब 500 दवाओं को सस्ता करने का लक्ष्य रखा है। केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि ‘आयुष्मान भारत’ के तहत लोगों को स्वास्थ्य बीमा की सुविधा दो महीने में मिलनी शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि विश्व की इस सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना में 50 करोड़ लोगों को शामिल करने के लिए सरकार को थोड़ा समय जरूर लगेगा।