गाजियाबाद। जीडीए ने अपने यहां फार्मा कंपनियों को आकर्षित करने के लिए कवायद शुरू कर दी है। जीडीए ने अपनी वेबसाइट पर खाली औद्योगिक और फार्मा भूखंडों की सूची सार्वजनिक की है। उद्यमियों को भूखंड का मुआयना करने का मौका देने के लिए ऐसा किया गया है। जितने भूखंडों को खरीदने के लिए उद्यमी तैयार होते हैं, उसके अनुसार नीलामी की कार्यवाही की जाएगी। यह भूखंड बिकते हैं तो जीडीए को 156.50 करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औद्योगिक भूखंडों का लैंडबैंक तैयार करने के निर्देश दिए थे, ताकि ऐसी भूमि चिह्नित कर ली जाए, जहां उद्योग लगाए जा सकें। पुरानी चिह्नित भूमि की रिपोर्ट भी मांगी थी। इसी कड़ी में कदम आगे बढ़ाते हुए जीडीए ने इंद्रप्रस्थ योजना और मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना के औद्योगिक भूखंड की सूची वेबसाइट पर जारी की है। इंद्रप्रस्थ योजना में 3698.12 वर्ग मीटर के सात औद्योगिक भूखंड हैं। जिनसे करीब 3.30 करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है। मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में 58041.65 वर्ग मीटर के 33 औद्योगिक और फार्मा भूखंड हैं। ये बिकते हैं तो 153.22 करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है। जीडीए के सचिव संतोष कुमार राय का कहना है कि उद्यमियों और फार्मा कंपनियों को आकर्षित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसलिए खाली औद्योगिक और फार्मा भूखंडों की सूची वेबसाइट पर डाली गई है। प्रत्येक भूखंड का आरक्षित मूल्य भी उसमें दर्ज है। उद्यमी चाहें तो भूखंड देख कर खरीदने की इच्छा जाहिर कर सकते हैं।