नई दिल्ली। लाखों के कैंसर इंजेक्शन की लूट का मामला सुलझा लिया गया है। शाहदरा जिला पुलिस ने लूट में शामिल एक युवक को गिरफ्तार किया है और उसके अन्य दो साथियों की तलाश की जा रही है। इस संबंध में खुलासा करते हुए डीसीपी मेघना यादव ने बताया कि गिरफ्तार युवक की पहचान प्रवीण के रूप में हुई है। प्रवीण दिल्ली से सटे लोनी इलाके का रहने वाला है और फार्मेसी का छात्र है। इसने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर इंजेक्शन लूट की वारदात को अंजाम दिया। लूट को अंजाम देने के लिए इस गिरोह ने दवा कंपनी से कैंसर की बीमारी में इस्तेमाल की जाने वाली दवा खरीदने के लिए संपर्क किया। कुल 7 लाख 50 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। एक इंजेक्शन की कीमत करीब 90 हजार से 1 लाख रुपए के बीच की थी। 16 फरवरी को कंपनी ने मुन्ना नाम के स्टाफकर्मी को मोटरसाइकिल पर दवा की डिलीवरी के लिए भेजा। मुन्ना को  सीमापुरी बुलाया गया, जहां पर प्रवीण नाम का लडक़ा मिला। उसने मुन्ना से किसी होटल में पैसे दिए जाने की बात कही और अपने साथ ले जाने लगा। दोनों जब आनंद विहार फ्लाईओवर के पास पहुंचे तो आरोपी ने टॉयलेट के बहाने बाइक किनारे पर रोक दी। वहां रुकते ही प्रवीण, मुन्ना से दवाइयों वाला बैग छीनने की कोशिश करने लगा। मुन्ना ने विरोध किया, तभी वहां प्रवीण के दो  साथी आ गए और हथियार के बल पर बैग छीनकर फरार हो गए। पुलिस ने शिकायत मिलने पर प्राथमिकी दर्ज की और छानबीन में जुट गई। पुलिस के हाथ आरोपी का वो नंबर लगा, जिसके जरिए उसकी मुन्ना से बात हुई थी। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि सिम कार्ड का इस्तेमाल अलग-अलग फोन से किया गया और सारे फोन चोरी के थे। पुलिस ने उस दुकान का पता लगाया जहां से सिम कार्ड आखिरी बार रिचार्ज किया गया था। वहां लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया तो आरोपी युवक नजर आया। उसकी पहचान पीडि़त मुन्ना ने कर ली। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके बाकि साथियों की तलाश में जुट गई है। इस पूरी वारदात में प्रवीण के अलावा उसके दो और साथी विकास और राजीव शामिल बताए गए हैं।