बस्ती। जिला अस्पताल परिसर में कूड़ा डंपिंग स्थल पर भारी मात्रा में एक्सपायर दवाएं फेंकी गई है। बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है जब भारी मात्रा में एक्सपायर दवा ऐसे कूड़े में पड़ी मिली हों। बता दें कि इन दवाओं में गैस के इंजेक्शन, आयरन की गोलियां व अन्य दवाएं शामिल रहीं। कुछ देर बाद इन दवाओं को जला दिया गया। हालांकि जिला अस्पताल प्रबंधन ने दवाओं का खाली रैपर फेका होने की बात कही है। अलबत्ता ‘हिन्दुस्तान के पास एक्सपायर दवाओं का बैच नंबर, मौजूद इंजेक्शन व टेबलेट मौजूद है। बता दें कि जब इस मामले में प्रभारी एसआईसी -डॉ. रामप्रकाश से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में सफाई की गई थी। वहां से खाली रैपर थे, उसे कूड़ा स्थल पर फेंका गया था। इन रैपरों में कोई दवा मौजूद नहीं थी।

दवाओं की फोटो बनाने व कुछ सैम्पल लेने के बाद कुछ लोग आए और एक-एक कर सभी दवाओं को एक जगह एकत्र किया। उसके बाद उसे जला दिया गया और कुछ को उठा ले गए। प्रयास किया गया कि मौके पर कुछ भी न मिले। उसके बाद भी जलाने वाली जगह पर दवाएं मौजूद रहीं। यह दवा किसकी है। सरकारी स्टोर से किसको आवंटित हुई थी, इसकी जानकारी नहीं हो पाई। लेकिन छह से तीन माह पहले एक्सपायर दवाओं को इस समय कूड़े के ढेर पर फेंके जाने पर कई सवाल खड़ा हो रहे हैं।

जिला अस्पताल के गेट नंबर एक से प्रवेश करते ही पुलिस चौकी है। इस चौकी के सामने से जिला अस्पताल में मौजूद चिकित्सक आवास की तरफ रास्ता जाता है। इसी रास्ते के बगल अस्पताल परिसर में कूड़ा डंपिंग प्लेस बन गया है। मंगलवार को दिन में करीब 12 बजे इसी रास्ते के बगल कूड़े के ढ़ेर से सटी जगह पर भारी मात्रा में एक्सपायर दवाएं फेंकी मिली। इसमें आयरन की गोली, गैस का इंजेक्शन व बायो डी प्लस सहित कई दवाएं थीं। यह सभी दवाएं एक्सपायर हैं, जो मार्च व जून 2021 में एक्सपायर हो गई थीं। यूपी सरकार की तरफ से आपूर्ति की गई दवाओं पर बैच नंबर सहित अन्य विवरण दर्ज है।