नवसारी (गुजरात)। फेमस कंपनी का करीब 3 हजार किलो देसी घी जांच में नकली पाया गया है। बाजार में देसी घी के नाम पर बिक रहा ये जहर कहीं आपके स्वास्थ्य को खराब न करे दे, इसलिए आपको सचेत रहने की जरूरत है।
घी में पामोलीन तेल की मिलावट
गुजरात के फूड एंड ड्रग कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन ने नवसारी में 3000 किलो नकली देसी घी जब्त किया है। जांच के बाद पता चला कि इस घी में गंदे तेल की मिलावट की गई थी। इस कंपनी का घी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल में लाया जाता है।
नवसारी की एक यूनिट से घी के 8 सैंपल को लैब में जांच के लिए भेजा गया। जांच रिपोर्ट में पता चला कि सुखवंत नाम से बिकने वाले 3000 किलो घी में पामोलीन तेल की मिलावट है।
इस तेल की कीमत लगभग 14 लाख आंकी गई है। फिलहाल मामले में जांच की जा रही है। बता दें कि इससे कुछ दिन पहले जयपुर में भी नकली घी जब्त किया गया था।
गौरतलब है कि सेहत तंदुरुस्त बनाने के लिए लोग देसी घी का सेवन करते हैं। लेकिन बाजार में नकली घी की धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। नकली घी का सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक माना गया है।
पॉमोलीन तेल से होती हैं दिल की बीमारियां
गौरतलब है कि पॉमोलीन तेल को ताड़ का तेल भी कहते हैं। यह तेल दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है। इस तेल को चिकित्सक दिल की बीमारियों की जड़ मानते हंै। इसमें करीब 50 प्रतिशत सैचुरेटेड फैट होता है। यह फैट नसों में जाकर प्लाक बन जाता है और नसों को ब्लॉक कर देता है।
नकली घी पहचानने का आसान तरीका
नकली घी को केमिकल डाले बिना भी पहचाना जा सकता है। 1 चम्मच देसी घी को गर्म करें। असली घी का रंग भूरा होने लगेगा। अगर यह पिघलने में देर लगाता है और रंग हल्का पीला रहता है तो समझ जाइये कि यह मिलावटी है। इसके अलावा, आप थोड़ा जमा घी लेकर हथेली पर रखें। शुद्ध घी अपने आप पिघलने लगेगा।