ग्वालियर। रुई बनाने की फैक्टरी में बिना लाइसेंस डायक्लोफेनिक सोडियम पावडर (दर्द निवारक दवा का पाऊडर) बनाए जाने का मामला पकड़ में आया है। चार जिलों के ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम ने छापा मारकर यहां से 650 किलो पाऊडर जब्त किया है। इसके संबंध में फैक्टरी मालिक राजेंद्र कुमार मंगल कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाया तो टीम ने केमिकल जब्त करने के साथ यूनिट को सील कर दिया। जानकारी के अनुसार बानमोर के इंडस्ट्रियल एरिया में श्री विनायक सर्जी प्लास्ट फैक्टरी संचालित है। इस फैक्टरी के पास कॉटन (रुई) के पैकेट तैयार करने का लाइसेंस है लेकिन फैक्टरी मालिक राजेंद्र कुमार इसमें डायक्लोफेनिक सोडियम का निर्माण करा रहे थे। चार ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम फैक्टरी पहुंची तो पाया कि वहां डायक्लोफेनिक सोडियम पाऊडर के 25-25 किलो वजन के 26 बैग रखे मिले। इन बैगों में भरा पाऊडर दर्द निवारक दवा डायक्लोफेनिक सोडियम की टेबलेट बनाने के काम आता है। ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर ने बताया कि एपीआई बनाने के लिए फैक्टरी में अलग से यूनिट लगाई गई है लेकिन यूनिट स्थापित करने की कोई वैधानिकता कारोबारियों के पास नहीं है। इस मामले में टीम ने कार्रवाई के दौरान फैक्टरी के कारोबार के संबंध में तमाम पहलुओं को चेक किया। ड्रग इंस्पेक्टर ठाकुर ने बताया कि फैक्टरी की दवा यूनिट को सीज कर दिया है।