भगवानपुर: उत्तराखंड के हरिद्वार में नकली दवा बनाने का मामला पकड़े जाने के बाद ड्रग विभाग ने सभी फार्मा कंपनियों के संचालकों के साथ बैठक की।
बैठक में इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि ऐसे मामले लगातार सामने आने से प्रदेश की छवि धूमिल हो रही है। इसे रोकना सबकी जिम्मेदारी है।
बंद पड़ी फार्मा कंपनियों पर आसपास की फार्मा कंपनियां भी नजर रखें। यदि यहां पर कोई गतिविधि संचालित होती हैं तो इसकी सूचना ड्रग विभाग एवं पुलिस को जरूर दें।
ड्रग कंट्रोलर ताजवर सिंह ने फार्मा कंपनी संचालकों की बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भगवानपुर क्षेत्र में एक बंद फैक्ट्री से नकली दवा मिली है। इससे पहले नकली दवा के मामले सामने आए हैं, जिसमें विभाग की ओर से कार्रवाई भी की गई है।
उन्होंने कहा कि कुछ फार्मा कपंनियां बंद पड़ी हैं। ऐसे में उनकी निगरानी जरूरी है। इसके अलावा पूर्व के मामलों में पाया गया है कि कुछ कर्मचारी ऐसे रहे हैं जोकि किसी फार्मा कंपनी में काम करते थे और धीरे-धीरे उन्होंने नकली एवं मिलावटी दवा का धंधा शुरू कर दिया है।
प्रिंटिग प्रेस पर भी निगरानी बढ़ाई गई है। प्रिंटिग प्रेस दवा के रेपर आदि छाप रही है। ऐसे में कोई भी आर्डर मिलने से पहले उसका लाइसेंस, अनुबंध पत्र जरूर लें।