यूसीएलए और एरिजोना यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने फ्लू के वायरस से लड़ने के लिए लोगों की क्षमता का अध्ययन किया है। अध्ययन में पाया गया कि यह क्षमता  इस बात पर ही निर्भर नहीं करती कि उनको जिंदगी में कितने तरह के फ्लू हुए हैं, बल्कि इस बात भी निर्भर करती है कि कितनी बार तरह-तरह के वायरस से प्रभावित हुए हैं।
शोध में कहा गया है कि फ्लू वायरस के एक ही स्ट्रेन से प्रभावित होने पर कुछ लोग दूसरों की तुलना में ज्यादा खराब स्थिति में होते हैं। हालांकि, ये निष्कर्ष मौसमी फ्लू के प्रभावों को कम करने के लिए बनाई गई रणनीतियों की जानकारी देने में मदद कर सकते हैं।

शोध-
-बचपन में होने वाले फ्लू से प्रभावित होती है प्रतिरक्षा प्रणाली
-फ्लू के प्रभाव को कम करने के लिए बनाई जा सकती हैं रणनीतियां