हिसार। नशीली दवा बेचने के आरोप में पकड़े गए आरोपी ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि दवा कंपनी का मालिक ही तस्करों तक नशे में प्रयोग होने वाली दवाएं पहुंचाता है। फार्मासिस्ट उन तक यह मेडिकल नशा पहुंचाने का काम करते थे।
बता दें कि पुलिस ने हिसार से एक फार्मासिस्ट को मेडिकल नशे के मामले में रिमांड पर लिया हुआ है। पूछताछ में उसने न्यू टेक कंपनी के मालिक का नाम बताते हुए मेडिकल नशा उनके जरिए तस्करों तक पहुंचाने के बारे में बताया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी नरेश व गाड़ी चालक उमेद की निशानदेही पर फार्मासिस्ट अमन को पकड़ा था।
जानकारी अनुसार स्पेशल स्टाफ इंचार्ज रविश कुमार की टीम ने 31 जुलाई को हिसार के गांव काबरेल निवासी नरेश को जब पकड़ा था। तक वह बाइक पर दो डिब्बे लेकर भट्टूकलां इलाके से गुजर रहा था। उसे रुकवाकर जब डिब्बों को जांचा गया तो उसमें 46800 ट्रामाडोल की गोलियां मिली। वह खुद भी फार्मासिस्ट था, लेकिन इतनी मात्रा में गोलियां नहीं ला सकता था। पुलिस रिमांड पर लिया तो गाड़ी से सप्लाई लेकर आने वाले उमेद सिंह व हिसार निवासी अमन का नाम सामने आया। इसके बाद ड्राइवर उमेद को पकड़ा गया, जिसने रिमांड में अमन के बारे में बताया। अमन ने बताया कि वह खुद भी फार्मासिस्ट है और दूसरी कंपनी में कार्यरत है। इस मामले में न्यू टेक कंपनी का मालिक गौरव ही मुख्य सप्लायर है। उनकी कंपनी गोलियां बनाकर मेडिकल फार्मासिस्टों के पास अलग-अलग जिलों के मेडिकलों पर सप्लाई करती है। उसकी कंपनी के मालिक गौरव से सेटिंग हुई कि वह नशीली गोलियां बिकवाए। जो भी बिक्री होगी, उस कमाई का दस प्रतिशत हिस्सा अमन को मिलता था।