नई दिल्ली। बड़े मस्तिष्क वालों को कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है। एक अध्ययन में इस बात का दावा किया गया है कि जिन लोगों के मस्तिष्क का आकार बड़ा होता है, उनमें कैंसर का ज्यादा खतरा हो सकता है। नार्वेजियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एनटीएनयू) के शोधकर्ता इवेन होविग के अनुसार, बड़े दिमाग का मतलब ज्यादा ब्रेन सेल्स (मस्तिष्क कोशिकाएं) का होना है। अधिक कोशिकाओं से सेल डिवीजन ज्यादा हो सकता है। इससे गड़बड़ी भी हो सकती है और इसके चलते होने वाले परिवर्तनों से कैंसर की समस्या खड़ी हो सकती है। होविग ने कहा कि एग्रेसिव ब्रेन कैंसर दुर्लभ प्रकार का कैंसर है। कई अध्ययनों से यह जाहिर हो चुका है कि कैंसर के बढऩे में अंगों के आकार में भिन्नता महत्वपूर्ण कारक होता है।