आपने दवाओं और खाद्य सामग्री में मिलावट की बात तो सुनी होगी, लेकिन इस बार ड्राई फ्रूट्स में मिलावट का मामला सामने आया है। राजस्थान के जयपुर में पहली बार ड्राई फ्रूट में मिलावट का मामला सामने आया है।
जयपुर के नाहरगढ़ रोड स्थित दीनानाथ जी की गली में इस छापेमारी के घटना को अंजाम दिया गया। इस छापेमारी को सीआईडी और मेडिकल की टीम ने अंजाम दिया।
इस दौरान वहां से नकली बादाम और पिस्ता जब्त किया गया है। इस छापेमारी के बाद कई व्यापारी अपनी दुकानें बंद करके भाग गए। पुलिस की इस छापेमारी के बाद बाजार में हड़कंप मचा हुआ था।
एडीजी क्राइम डॉ रवि प्रकाश ने कहा कि बाजार में नकली ड्राई फ्रूट होने की सूचना लोकल पुलिस को मिली थी। जिस बाजार में छापेमारी की गई है वह बाजार ड्राई फ्रूट की सबसे बड़ी मंडी है। वहां से पूरे प्रदेश के लोग ड्राई फ्रूट लेने आते हैं।
बाजार में कुल मिलाकर करीब डेढ़ सौ के लगभग दुकानें हैं। इन दुकानों पर थोक माल मिलता है। छापेमारी के बाद कई दुकानों से सैंपल लिए गए हैं। जांच के बाद कार्रवाई की बात कही जा रही है।
क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि जो पिस्ता 1500 रुपए किलो मिलता है। उसे यह मूंगफली में रंग कर पंद्रह सौ रूपये किलो बेचा जा रहा था। दुकान पर आने वाले ग्राहकों को ओरिजिनल सैंपल दिखाया जाता था, लेकिन माल पैक करने के बाद नकली माल पैक कर दिया जाता था। मूंगफली में जो डाई मिलाया गया था, वह कपड़े रंगने के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो सेहत के लिए काफी खतरनाक है।