बेंगलूरु। बायोकॉन ने ऑस्ट्रेलिया के बाजार में अपनी इन्सुलिन बायोसिमिलर दवा सेमग्ली को उतारा है। इस बायोसिमिलर दवा का विकास उसने माइलान के साथ मिलकर किया था। बायोकॉन बायोलॉजिक्स की मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) क्रिस्टीन हेमाचर ने कहा कि हमें विश्वास है कि ऑस्ट्रेलिया में रोगियों के लिए फार्मास्युटिकल बेनिफिट स्कीम (पीबीएस) के जरिये उच्च गुणवत्ता वाली बायोसिमिलर ग्लार्जिन दवा सेमग्ली की उपलब्धता बढ़ेगी। साथ ही इससे पीबीएस के लिए लागत का बोझ भी कम होगा। इन्सुलिन ग्लार्जिन का इस्तेमाल वयस्कों, किशोरों और 6 साल से अधिक उम्र के बच्चों में टाइप 1 और वयस्कों में टाइप 2 मधुमेह मेलिटस के उपचार में किया जाता है। यह मधुमेह के रोगियों को रोजाना एक बार दिया जाता है ताकि उन्हें रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रित रखने में मदद मिल सके। माइलान ऑस्ट्रेलिया के कंट्री मैनेजर साइल्विन विग्नॉ ने कहा कि सेमग्ली को बाजार में उतारे जाने से रोगियों तक बायोसिमिलर दवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए माइलान की प्रतिबद्धता जाहिर होती है। बायोसिमिलर ने उपचार के एक नए दौर की शुरुआत की है। इससे अधिक रोगियों तक चिकित्सा को पहुंचाने, पीबीएस की लागत बचाने और कुल मिलाकर स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था को स्थायी बनाने में मदद मिलेगी। ऑस्ट्रेलिया में मधुमेह के उपचार की कुल वार्षिक लागत करीब 14.6 अरब डॉलर है। वहां करीब 20 लाख लोग मधुमेह से पीडि़त हैं। बायोकॉन और माइलान द्वारा संयुक्त रूप से विकसित इस बायोसिमिलर दवा को 40 से अधिक देशों में मंजूरी मिल चुकी है। पिछले साल इसे ब्रिटेन में उतारा गया था।