संतकबीर नगर। बाहर की दवाएं लिखे जाने पर जिला अस्पताल में चिकित्सक और फार्मासिस्ट के बीच ठन गई। फार्मासिस्ट ने स्टोर में दवा मौजूद होने पर भी बाहर की दवा लिखे जाने पर आपत्ति जताई। विरोध में चिकित्सक इमरजेंसी को छोडक़र बाहर निकल गए। लगभग दो घंटे तक डीसीएच में इलाज कार्य बाधित रहा।
जानकारी अनुसार दिन में लगभग दो बजे ठेंगइचा निवासी रमेश अपनी अपनी बेटी अंजली को दिखाने लाए थे। उसे चिकित्सक डा. एसके श्रीवास्तव ने सीकोटैक्सीन दवा मेडिकल स्टोर से लेने के लिए पर्ची लिखी। वहां मौजूद फार्मासिस्ट नित्यानंद त्रिपाठी ने कहा कि यह दवा अस्पताल में मौजूद है। उन्होंने बाहर से मंगवाने के लिए कहने पर विरोध जताया। इसे लेकर चिकित्सक और फार्मासिस्ट के बीच कहासुनी होने लगी। चिकित्सक को यह बात बुरी लगी और वह इमरजेंसी कक्ष से बाहर निकल गए। इसकी जानकारी सीएमएस को मिली। उन्होंने चिकित्सक को अस्पताल बुलाया। लगभग एक घंटे तक फार्मासिस्ट और चिकित्सक के बीच वार्ता के बाद मामला शांत हुआ। चिकित्सक डा. एसके श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र से दवा लाने के लिए पर्चा दिया था। उनके द्वारा किसी दुकान से लाने की बात नहीं कही गई थी। वहीं, फार्मासिस्ट नित्यानंद त्रिपाठी ने कहा कि एक दिन की बात नहीं बल्कि हर दिन मरीजों को बाहर से दवा लाने के लिए पर्चियां लिखी जाती हैं। इसे लेकर विरोध जताया गया। डीसीएच के सीएमएस डा. वाईपी सिंह ने कहा कि मामले की जांच करवाकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।