यूपी सरकार लगातार फर्जी तरीके से कारोबार करने वाले लोगों की गिरफ्तारी कर रही है। फर्जी अस्पताल, फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज समेत फर्जी अल्ट्रासाउंड संचालकों पर लगातार छापेमारी जारी है। आए दिन लोग फर्जी अल्ट्रासाउंड संचालकों के शिकार हो रहे हैं।
इसी कड़ी में जिलाधिकारी अंद्रा वामसी के निर्देश पर फर्जी तरीके से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी शुरू हुई। जहां सदर एसडीएम गुलाब चंद ने टीम के साथ पहुंचकर कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान कुछ सेंटर संचालक तो सेंटर बंदकर भागने में कामयाब हो गए, लेकिन आधा दर्जन संचालक मौके पर मौजूद मिले। इन सेंटरो में कोई डॉक्टरों नहीं था। यह मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के महिला अस्पताल का है। इस अस्पताल के सामने कई सालों से अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे थे।
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एक लाइसेंस पर कई अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे थे। नामी डॉक्टरों के नाम पर ये अल्ट्रासाउंड चल रहे थे। प्रशासन ने आकर जब अचानक से छापेमारी की तो अल्ट्रासाउंड संचालकों में हड़कंप मच गया।
इस संबंध में सदर एसडीएम गुलाब चंद ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट अंद्रा वामसी का निर्देश है कि सभी अल्ट्रासाउंड मशीनों की चेंकिंग की जाये. इसकी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ अल्ट्रासाउंड मशीनें बिना दक्ष डॉक्टर के चलाई जा रही हैं। कुछ के संबंध में शिकायतें हैं कि उनके पास रजिस्ट्रेशन नहीं है। जो डॉक्टर नामित हैं, वो बैठते नहीं हैं। उनके नाम से रजिस्ट्रेशन ले लिया गया है और एक डॉक्टर के नाम दस-दस रजिस्ट्रेशन हैं और वो डॉक्टर कभी रहते नहीं हैं।