हरिद्वार: चेकिंग के दौरान रुडक़ी के एक मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट की मौजूदगी नहीं मिली तो डीएम दीपक रावत ने स्टोर सील कर दिया। लेकिन दवा कारोबारी इसके विरोध में उतर आए और गुस्से में दुकाने बंद कर दी। जैसे ही डीएम ने चेतावनी देते हुए आंख दिखाई तो दुकानदार बैकफुट पर आ गए। अगले ही दिन दुकानें खुली रख कैमिस्ट एसोसिसएशन डीएम से मिलने पहुंच गई। जिलाधिकारी ने दवा कारोबारियों को स्पष्ट कहा कि बिना फार्मासिस्ट कोई दुकान नहीं चलेगी। लोगों की जिंदगी से खेलने का अधिकार किसी को नहीं दिया जा सकता। डीएम के तीखे तेवर देख दवा कारोबारियों ने उनके आदेश की पालना करने की हामी भरी। उधर, जिलाधिकारी ने औषधि निरीक्षक नीरज कुमार को निर्देश दिया कि वे हर महीने कम से कम 15 मेडिकल स्टोर की चेङ्क्षकग कर विस्तृत रिपोर्ट सौंपे।
दरअसल, जिलाधिकारी दीपक रावत ने बीते शनिवार को रुडक़ी में शेरङ्क्षसह राणा चौक स्थित संजय गोयल की दवा दुकान की जांच की थी, जहां पर फार्मासिस्ट नदारद था और अप्रशिक्षित व्यक्तिदवा बेच रहा था। जिलाधिकारी ने पूछताछ के बाद दुकान सील करा दी। नाराज कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने शाम को ही पूरे जिले में दवा दुकानें बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया। जिलाधिकारी ने देर रात एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सुबह दवा की दुकानें खुली रखकर वार्ता के लिए बुलाया। रविवार सुबह रोशनाबाद स्थित शिविर कार्यालय में जिलाधिकारी ने एसोसिएशन अध्यक्ष अमित गर्ग और अन्य पदाधिकारियों से वार्ता की। डीएम बोले कि अप्रशिक्षित व्यक्तिकिसी कीमत पर दवा नहीं बेचेगा। दवा दुकान चलानी है तो फार्मासिस्ट की उपस्थिति सुनिश्चित करें। हालांकि पदाधिकारियों ने कुछ व्यवहारिक परेशानियों का हवाला दिया। बैठक के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट मनीष कुमार ङ्क्षसह के अलावा एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे। एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित गर्ग ने बताया नियमों के अनुसार ही दवा की दुकानें संचालित होती हैं। किसी भी गलत काम का समर्थन कैमिस्ट एसोसिएशन नहीं करती।