मधुबनी: बिहार के मधुबनी में बिना किसी वैध लाइसेंस के मेडिकल स्टोर तो चल ही रहे हैं साथ ही बिना फार्मासिस्ट के 308 मेडिकल स्टोर भी चल रहे हैं। हाल ही में जांच हुई जिसमें सामने आया कि जिले में 402 खुदरा दवा को विभाग से लाइसेंस मिला। इनमें से केवल 94 दुकानों पर ही सुयोग्य व्यक्ति मिले।

मधुबनी में बिना फार्मासिस्ट के दुकानें

सहायक औषधि नियंत्रक प्रदीप कुमार ने जानकारी दी कि इनमें से अधिकतर दुकानों में क्रय-विक्रय पंजी का संधारण नहीं था। कई दुकानें बिना फार्मासिस्ट के पाये गये हैं। कुछ ऐसी दुकानें हैं जहां फार्मासिस्ट नहीं है, उन दुकानों को सुयोग्य व्यक्ति के मिलने तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है। कुछ ही दुकानों को सुयोग्य व्यक्ति मिलने तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं जबकि 308 मेडिकल स्टोर्स में कोई सुयोग्य व्यक्ति ही नहीं है। जिले में अवैध दवा दुकानों की मॉनिटरिंग करने के लिए 5-5 ड्रग इंस्पेक्टर तैनात हैं लेकिन इसके बावजूद इतनी बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है।

इतनी दुकानें ड्रग इंस्पेक्टर के अधीन

 

मधुबनी जिले में तकरीबन पांच ड्रग इंस्पेक्टर हैं। इनमें ड्रग किरण कुमारी के अधीन 60 निबंधित मेडिकल स्टोर्स अलॉट हैं। लेकिन इनमें से 14 मेडिकल स्टोर्स पर ही सुयोग्य व्यक्ति हैं। वहीं दूसरी ओर ड्रग इंस्पेक्टर निशी एल तोपनो के पास 54 दवा दुकाने अलॉट पर हैं लेकिन इनमें 12 दुकानों पर ही सुयोग्य व्यक्ति हैं। ड्रग इंस्पेक्टर संगीता कुमारी के अधीन 101 दुकाने अलॉट पर हैं लेकिन इनमें 35 दुकानों पर सुयोग्य व्यक्ति पाए गए हैं। ड्रग इंस्पेक्टर पंकज कुमार वर्मा के अधीन 07 दुकानें अलॉट पर हैं इनमें से 25 दुकानों पर सुयोग्य व्यक्ति हैं।

ये दुकानें रहेगीं बंद

जय माता दी मेडिकल हॉल रहिका 15 दिनों तक, शोभा ड्रग एजेंसी बेनीपट्टी का 15 दिन, मीना मेडिकल नंदी भौजी चौक का 15 दिन, गौतम मेडिकल राजनगर का 45 दिन, प्रकाश मेडिकल राजनगर का 45 दिन, शोल ड्रग स्टोर देवधा का 45 दिन, बंधन मेडिकल हॉल लोहा चौक का 45 दिन, रौनक मेडिकल हॉल का 45 दिन, ओम प्रकाश ड्रग स्टोर फुलपरास 45 दिन, मदन ड्रग हाउस जयनगर 30 दिन, आलोक मेडिकल स्टोर साहरघाट 45 दिन, गोपाल मेडिकल हॉल पंडौल 15 दिन, सिद्धि विनायक मेडिकल सर्जिकल 30 दिन, गोविंद ड्रग एजेंसी सप्ता 21 दिन, नव्या मेडिकल हॉल बसौली 30 दिन, राज ड्रग एजेंसी का 30 दिनों तक लाइसेंस संस्पेंड रहेगा।

नशीली दवाओं के कारोबार का पर्दाफाश

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