हांसी। श्री काली देवी मंदिर के निकट रमन अस्पताल पर मुख्यमंत्री उड़नदस्ता और डिप्टी ड्रग कंट्रोलर विभाग की टीम ने कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान टीम ने अस्पताल में प्रयोग की जा रही दवाइयां व औजार सील कर अपने कब्जे में ले लिए। कार्रवाई की सूचना जैसे ही शहर में फैली तो गली व मोहल्ले में बैठे झोलाछाप चिकित्सक अपनी दुकानों को बंद करके भाग गए।

हांसी शहर के थाना प्रभारी – रामफल सिंह ने बताया कि ड्रग कंट्रोलर विभाग की शिकायत पर हमने रमन अस्पताल के डॉक्टर आनंद के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी और आईएनसी एक्ट 1976 के तहत केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है। उसको शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। डिप्टी ड्रंग कंट्रोलर -सुरेश चौधरी के अनुसार 30 सितंबर 2020 की कार्रवाई के बाद जांच में डिग्री फर्जी पाई गई थी। अस्पताल बंद नहीं किया गया तो दोबारा कार्रवाई की गई। अस्पताल के अंदर किसी भी प्रकार से मरीजों का रिकॉर्ड नहीं पाया गया।

केस दर्ज करने के लिए पुलिस को शिकायत दी गई है और अस्पताल को सील करवा दिया गया है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के राजवीर सिंह व डिप्टी ड्रंग कंट्रोलर सुरेश चौधरी के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। रमन अस्पताल की शिकायत वर्ष 2020 में भी हुई थी। उस समय भी मुख्यमंत्री उड़नदस्ता व ड्रग कंट्रोलर विभाग की टीम ने अन्य निजी अस्पतालों पर भी कार्रवाई की थी। शिकायत के आधार पर 30 सितंबर 2020 को टीम ने कार्रवाई की थी और रमन अस्पताल के कागजात जांच के लिए ले गई थी।

जांच में डॉक्टर की डिग्री फर्जी पाई गई थी, लेकिन अस्पताल संचालकों ने अस्पताल को चालू रखा, जिसकी शिकायत विभाग को की गई, जिसके आधार पर वीरवार को टीम ने एक बार फिर कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान टीम ने अस्पताल का रिकॉर्ड खंगाला और महत्वपूर्ण कागजात, औजार, चिकित्सक की डिग्री आदि सील कर दिए गए हैं। जिस दौरान टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया, उस समय काफी संख्या में मौके पर मौजूद पुलिस ने डॉ. आनंद कुमार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और थाने ले गई है, जहां बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।