सीतामढ़ी। बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर चलाने के आरोप में एक दुकानदार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। छापेमार टीम में शामिल ड्रग इंस्पेक्टर सुनील कुमार द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद पुलिस ने दुकानदार विश्वनाथ प्रसाद को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उधर, इस मामले में क्षेत्र के दुकानदारों में हडक़ंप मचा है।
जानकारी अनुसार सहायक औषधि नियंत्रक सीतामढ़ी के निर्देश पर गठित टीम में शामिल औषधि निरीक्षक वन बृजमोहन प्रसाद, निरीक्षक 2 सुनील कुमार, सीओ सह दंडाधिकारी कृष्ण कुमार सिंह, दरोगा सीडी पासवान द्वारा झझिहट रोड स्थित डॉ. माला कुमारी के क्लिनिक परिसर में संचालित दवा दुकान में छापेमारी की गई। जहां दवा की दुकान संबंधित अनुज्ञप्ति व अभिलेख मांगा गया। लेकिन दुकान का संचालन कर रहे संचालक विश्वनाथ प्रसाद द्वारा कोई भी समुचित अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए जाने के बाद दवाओं के साथ उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। झझिहट स्थित उक्त डॉक्टर के क्लीनिक परिसर में अवैध रूप से संचालित दवा दुकान में की गई छापेमारी के दौरान कुल 61 प्रकार की विभिन्न प्रकार की दवाएं जब्त की गई। जब्त दवा की कीमत एक लाख सत्तर हजार रुपए बताया गया। टीम द्वारा सभी दवाओं को थाने ले जाकर बारीकी से जब्ती सूची बनाई गई। इनमें संदिग्ध पैरिजेसिक, एसिलोक, सिपरफ़्लोकसा ग्रुप समेत चार प्रकार की दवा नमूना के लिए जब्त किया गया। टीम के मुताबिक नमूना के तौर पर लिए गए दवाओं को पटना प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
टीम में शामिल औषधि निरीक्षक सुनील ने बताया जिला कार्यालय को प्राप्त परिवाद के तहत सहायक औषधि नियंत्रक के निर्देश पर छापेमारी की गई। बताया कि बिना लाइसेंस के ही दवा की दुकान संचालित की जा रही है। मामला सही पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई। मामले को लेकर थाने में संबंधित दुकान के संचालक के विरुद्ध ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज करा कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि बिना लाइसेंस के इस प्रकार का दवा बिक्री अपराध है। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि इस तरह के क्षेत्रों में चल रहे दवा के दुकानों को चिह्नित कर छापेमारी की जाएगी।