पटना। कौन सोच सकता है कि जो दवा एक राज्य से रिजेक्ट हो चुकी है वो दूसरे राज्य में बड़े आराम से बेची जा रही थी, खुलासा होने से पहले। अब इस खुलासे ने सभी को हैरान कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला अस्पताल में पकड़े गए बिहार सप्लाई की दवा को कंपनी को वापस कर दिया गया था। दवा के बैच के आधार पर जांच में पता चला कि इन दवाओं पर कंपोजिशन नहीं लिखा। जिस कारण अगस्त में ही डेढ़ लाख सीसी पैरासिटामोल कंपनी को वापस कर दी गई। स्वास्थ्य विभाग की माने तो ऐसा हो सकता है कि यही दवा यूपी में सप्लाई कर दी गई हो। इस कारण बाद में सहारनपुर में इन्हीं दवाओं को पकड़ा गया।
इस खुलासे को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि नागपुर की कंपनी एड्रॉइट फार्मास्यूटिकल लिमिटेड ने अगस्त में इन दवाओं की सप्लाई बिहार में की लेकिन सप्लाई की गई दवाओं में मिसलेबलिंग मिली। पैरासिटामोल की दवाओं पर कंपोजिशन नहीं लिखा था, जो कि लिखा होना चाहिए। जिस कारण इन दवाओं को रिजेक्ट कर कंपनी को लौटा दिया गया। सिंह ने कहा कि नागपुर की कंपनी अब इन दवाओं की आपूर्ति किसे और कहां कर रही है, इससे स्वास्थ्य विभाग और बीएमसीआईएल को कोई लेना-देना नहीं है।
अपर सचिव ने आगे बताया कि कंपनी पैरासिटामोल समेत कई अन्य प्रकार की दवाओं की सप्लाई बिहार में करती है। लेकिन अब कंपनी द्वारा सप्लाई की गई सभी प्रकार की दवाओं की जांच की जाएगी।