Bihar: राजधानी पटना में गोविंद मित्रा रोड में स्थित बिहार (Bihar) की सबसे बड़ी दवा मंडी के कई मेडिकल स्टोर में एक्सपायरी दवाओं की बिक्री हो रही है। औषिधि नियंत्रण प्रशासन की टीम ने जब छापेमारी की तब जाकर इसका खुलासा हुआ। औषिधि नियंत्रण प्रशासन की टीम को छापेमारी के दौरान ऐसी दवाइयां भी मिली जो 10 महीने पहले ही एक्सपायर हो चुकी थी। इसके साथ ही टीम को सटॉर और भी कई तरह की कमियां मिली।
10 महीने पहले ही एक्सपायर हो चुकी दवाइयों की बिक्री (Bihar)
ड्रग इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने जानकारी दी कि कुछ दवाएं 10 जुलाई 2022 यानि की तकरीबन 10 महीने पहले ही एक्सपायर हो चुकी है। जब्त दवाओं की सूची बनाकर जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। बीते 10 महीने में कितने मरीजों को यहां पर एक्सपायरी दवा बेची जा चुकी है। लंबे वक्त से दोनों दवा विक्रेताओं के खिलाफ जिला प्रशासन और औषिधि विभाग को ये शिकायतें मिल रही थी। जिसके आधार पर औषिधि नियंत्रण प्रशासन की टीम ने मौके पर जाकर छापेमारी की।
80 तरह की दवाओं और कफ सिरप की ब्रिकी पर रोक
औषिधि नियंत्रण प्रशासन की टीम ने बताया था कि उन्हें शिकायत मिल रही थी कि जीएम रोड में केके मेडिको के संचालक कमलेश कुमार और न्यू वैक्सीन के संचालक नीरज कुमार सरकारी दवाओं का लेवल बदलकर मरीजों को बेच रहे हैं। शिकायत के बाद ड्रग इंस्पेक्टर पंकज कुमार और उनकी टीम ने दोनों दुकानों पर छापेमारी की तो 100 दवाओं की बोतले एक्सपायर मिली। टीम की ओर से कुल 80 तरह की दवाओं और कफ सिरप की ब्रिकी पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।
बताया जा रहा है कि बीते 27 मार्च को भी शिकायतों के आधार पर औषिधि प्रशासन की टीम छापेमारी करने के लिए पहुंची थी। लेकिन उस दौरान दोनों दवा दुकानदार बहाना बनाकर दुकान बंद करके गायब हो गए थे। बहुत सी दवाओं के बिल भी दुकानदार नहीं दिखा पायें।
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