धनबाद। बीपी-शुगर के मरीजों के लिए बुरी खबर है। अब उन्हें दवाओं के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। दरअसल, कंपनियों ने बीपी-शुगर की दवाओं के दाम बढ़ा दिए हैं। दवाओं की बढ़ी हुई कीमत धनबाद क्षेत्र की दवा दुकानों में आ गई है। शुगर के इंजेक्शन में 70 से 100 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। वहीं, दूसरी दवाओं में 10-12 रुपये कीमत बढ़ाई गई है। ऐसे में धनबाद के लोगों को दवा के लिए अतिरिक्त खर्च उठाने पड़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार धनबाद की लगभग 14 प्रतिशत आबादी बीपी-शुगर से ग्रसित हैं। 28 लाख की आबादी में लगभग चार लाख लोग बीपी-शुगर से पीडि़त हैं। यह लोग प्रतिमाह बीपी-शुगर की दवाएं खा रहे हैं। लेकिन नई दर बढऩे के कारण अधिक खर्च होंगे। बताया जाता है कि केंद्र सरकार के पास वर्तमान में इन दवाओं को बनाने वाली 348 कंपनियों पर नियंत्रण हैं। कई ऐसी कंपनी हैं, जिस पर सीधे नियंत्रण नहीं है। लिहाजा ऐसी कंपनियां दाम बढ़ा रही हैं। जबकि नियमानुसार जीवनरक्षक दवाएं व दीर्घ काल तक चलने वाली दवाओं की कीमत अचानक से नहीं बढ़ाई जा सकती है। इस संबंध में धनबाद के ड्रग इंस्पेक्टर आलोक कुमार का कहना है कि भारत सरकार के डीटीसीओ के तहत कंपनियों पर नियंत्रण तो रहता है, लेकिन कई ऐसी कंपनियां है, जिन पर नियंत्रण नहीं है। इस पर सरकार गंभीर है।