केरल में एर्नाकुलम के पास अंगमाल्ली के एक तालुका अस्पताल की एक नर्स को राज्य सरकार के द्वारा सस्पेंड कर दिया गया। आरोप है कि इस नर्स ने बुखार से पीड़ित बच्ची को गलती से रेबीज का इंजेक्शन लगा दिया। जैसे ही ये मामला राज्य सरकार के पास पहुंचा तो सरकार ने देर ना करते हुए लापरवाह नर्स को सस्पेंड कर दिया।

ये घटना 11 अगस्त की बताई जा रही है। सात वर्षीय बच्ची अपने खून की जांच की रिपोर्ट के इंतजार में लैब के सामने बैठी हुई थी। उसी दौरान नर्स ने बच्ची को रेबीज का इंजेक्शन लगा दिया। पुलिस ने मामले को लेकर कहा कि बच्ची लैब के सामने अकेले इंतजार कर रही थी, जबकि उसके माता-पिता बिल का भुगतान करने सहित कुछ प्रक्रियात्मक औपचारिकताएं पूरी करने गए थे। पुलिस ने कहा कि ऐसा लगता है कि नर्स ने उसे गलती से दूसरी बच्ची समझ लिया, जो रेबीज रोधी टीका लगवाने के लिए इंतजार कर रही थी और उसे ही टीका लगा दिया।

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इस मामले पर बच्ची के माता-पिता ने पुलिस में शिकायत करने का फैसला नहीं लिया था। पुलिस ने बताया कि हमने बच्ची के माता-पिता का बयान लिया। उन्होंने डॉक्टरों से सलाह ली है और चूंकि रेबीज वैक्सीन लेने से कोई दुष्प्रभाव नहीं हुआ, इसलिए उन्होंने शिकायत दर्ज नहीं करने का फैसला किया है। बच्ची को निगरानी में रखा गया है उसका स्वास्थ्य अभी स्थिर बना हुआ है। लेकिन नर्स की इतनी बड़ी लापरवाही पर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने नर्स की सेवा समाप्त करने का फैसला किया है।