मुरैना। जेनेरिक दवा जो सस्ते दामों के लिए जानी जाती है अब उनके दाम में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है। यहां बात मध्यप्रदेश के मुरैना की हो रही है, जहां से खबर है कि जिले में जेनेरिक दवाईयां बनाने वाली कंपनियों ने मुनाफा कमाने के लिए अपनी दवाईयों के प्रिंट रेट बढ़ा दिए है।

इतना ही नहीं, केमिस्ट व डाक्टरों को दिए जा रहे कमीशन के चलते मरीजों के पर्चे पर अधिक कीमत की दवाइयां लिखी जा रही हैं। मेडले व एग्लोमेड जैसी कंपनियां भी 10 रुपए कीमत की दवा को 80 रुपए प्रिंट पर बेच रही हैं। ऐसे में 70 रुपए का मुनाफा खेरीज दवा दुकानदारों की जेब में जा रहा है।

एक न्यूज वेबसाइट पर छपी खबर के मुताबिक, जिले में 100 से ज्यादा जेनेरिक कंपनियों ने दवा बेचने का कारोबार जमा लिया है। शहर में 10 से ज्यादा थोक विक्रेता जेनेरिक कंपनियों की दवाईयों को खेरीज दवा दुकानदारों को बेच रहे हैं। थोक विक्रेताओं को दवा की बिक्री पर 15 से 20 प्रतिशत कमीशन मिलता है जबकि खेरीज दवा विक्रेता 60 से 70 प्रतिशत कमीशन पा रहे हैं।