जबलपुर| बेस्ट प्राइस फार्मेसी से बेचे गए इंसुलिन इंजेक्शन की गुणवत्ता संदिग्ध पाई गई है। रसल चौक स्थित इस दुकान से इंजेक्शन बेचने वाले एक उपभोक्ता ने दवा को प्रभावहीन बताने की शिकायत दी। मामला संज्ञान में आने पर औषधि प्रशासन विभाग ने दुकान पर दबिश दी। औषधि निरीक्षक ने मौके से दवा दुकान में रखे इंसुलिन इंजेक्शन के 13 नग जब्त कर लिए हैं।

रात के समय दवा दुकान का निरीक्षण करने पहुंचे औषधि निरीक्षक को प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी मिली है। बार कोड स्कैन करके देखने पर उपभोक्ता की शिकायत प्रथम दृष्टतया सही पाई गई है। दवा दुकानदार से संबंधित इंसुलिन इंजेक्शन की खरीद व बिक्री की जानकारी मांगी गई है। वहीं, दवा भंडारण के मानकों का भी परीक्षण किया जा रहा है।

संबंधित बैच के इंजेक्शन की बिक्री पर रोक

औषधि विभाग अधिकारी के अनुसार संबंधित दवा निर्माता कंपनी और उसकी सप्लाई करने वाले थोक व्यापारी से भी मामले में जानकारी ली जा रही है। राज्य प्रयोगशाला से मिली रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल औषधि विभाग ने संबंधित बैच के इंजेक्शन की बिक्री पर रोक लगा दी है।

शिकायत के मुंह में हुए छाले

शिकायतकर्ता अनुराग यादव ने बताया कि वह शुगर रोगी है। इसके लिए वह इंसुलिन के इंजेक्शन लेता है। बीते माह उसने रसल चौक स्थित बेस्ट प्राइस फार्मेसी से इंसुलिन इंजेक्शन खरीदा था। इस इंजेक्शन के प्रयोग के बाद उसके शरीर में मुधमेह का स्तर बढ़ गया। लगातार इस्तेमाल के बाद उसके मुंह में छाले पडऩे लगे। इस बीच दवा की जानकारी जांचने के लिए बारकोड स्कैन किया तो उत्पाद के बारे में जनरल परपस क्लीनर लिखा आया। तब उसने औषधि विभाग को इसकी शिकायत दी।