रायपुर। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा ने कहा कि सरकार देशभर में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सजग है और गरीब तबके के लोगों को हर प्रकार की राहत देने के प्रयास किए जा रहे हैं। वे पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे थे।
इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में सभी वर्गों का ध्यान रखा जा रहा है। साथ ही प्रिवेंटिव और प्रमोटिव हेल्थ केयर पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इसके तहत देश के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को वैलनेस सेन्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन केन्द्रों में तीस वर्ष से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों की कैंसर, डायबिटिज, हाईपरटेंशन आदि बीमारियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आज देश की पुरातन विधा योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों एवं नवीन चिकित्सा पद्धतियों को इंटीग्रेट करने के लिए एम्स में सेन्टर फॉर इंटीग्रेटेड मेडिसिन शुरू करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि एक मेडिकल छात्र पर सरकार बहुत बड़ी राशि खर्च करती है। यह राशि समाज से ही आती है, इसलिए मेडिकल छात्रों का यह दायित्व बनता है कि वे समय आने पर समाज की सेवा करें। उन्होंने कहा कि चिकित्सक को भगवान का रूप माना गया है। मतीज की अंतिम आस चिकित्सक पर ही टिकी होती है। इसलिए चिकित्सक मरीजों के इस विश्वास को हरसंभव बनाए रखें। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिकित्सक प्रयास करें कि वे सिर्फ बीमारी का ही नहीं वरन बीमार व्यक्ति का भी इलाज करें। मरीजों को परीक्षण व उचित परामर्श दें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि छत्तीसगढ़ राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जो भी मांग उनके सामने आएगी, उन सभी को पूरा करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। देश के खजाने में स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है।