सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अगर आप भी ‘सेनेटाईजेशन टनल’ का उपयोग करते हैं तो सावधान हो जाएं। यह टनल आपको मानसिक तौर पर बीमार कर सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि शरीर को कीटाणुमुक्त करने के लिए लोग सेनेटाइजेशन टनल का उपयोग करते हैं। वायरस को खत्म करने के लिए ये टनल किसी भी रूप में सहायक नहीं हैं। जिन्हें एलर्जी है, उनके लिए टनल का उपयोग उनकी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। कोरोना वायरस के फैलाव को देखते हुए कई स्थानों पर सेनेटाइजेशन टनल तैयार किए गए हैं। अब इसका चलन भी बढ़ने लगा है। यह सेनेटाइजेशन टनल असरकारक नहीं है। इसमें सोडियम हाईपोक्लोराइड का उपयोग किया जाता है. जो व्यक्ति के शरीर में कई व्याधियां उत्पन्न कर सकता है। यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। अत: इसका उपयोग न किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अगर आप भी ‘सेनेटाईजेशन टनल’ का उपयोग करते हैं तो सावधान हो जाएं। यह टनल आपको मानसिक तौर पर बीमार कर सकती है। खुद केंद्र सरकार ने इस टनल को क्लीनीकिली और मानसिक तौर पर खतरनाक माना है। सुप्रीम अब इस संबंध में मंगलवार को दिशानिर्देश जारी करेगा। सोमवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि सेनेटाईजेशन टनल का इस्तेमाल मानसिक तौर पर बीमार कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से इस मामले में 10 अगस्त तक जवाब मांगा था।