भोपाल। ईओडब्ल्यू की जांच में मध्य प्रदेश में दवा खरीदी घोटाले का विदेशी कनेक्शन सामने आया है। बताया गया है कि घोटाले की करोड़ों की राशि को सबसे पहले विदेश में भेजा गया और बाद में एफडीआई के जरिए राशि को भारत लगाया गया। ये पूरा खेल बोगस कंपनियों के जरिए हुआ है। बोगस कंपनियों के जरिए 500 करोड़ का घोटाला किया गया है, जिन कंपनियों से दवा खरीदना बताया गया, वह सभी कंपनी सिर्फ कागजों पर चल रही थीं। हैरानी की बात है कि मलेशिया, सिंगापुर और हांगकांग में राशि का ट्रांसफर हुआ है, जबकि ईओडब्ल्यू की जांच में कंपनियों के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। अब ईओडब्ल्यू इन पांच से ज्यादा बोगस कंपनियों की बैलेंस शीट, उनके खातों का ट्रांजेक्शन, किन खातों में राशि का ट्रांसफर हुआ, किन व्यक्तियों के खाते में पैसा पहुंचा समेत कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। जांच में यह भी पता चला कि घोटाले की राशि में कई अफसरों और राजनेताओं की हिस्सेदारी है। इस घोटाले में मनीट्रेल भारत से विदेश होकर वापस देश में आया है। सूत्रों के अनुसार घोटाले से कमाए करोड़ों रुपए मलेशिया, सिंगापुर, हांगकांग जैसे देशों में निवेश के नाम पर भेजे गए थे। बाद में इसी मोटी रकम को विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के जरिए भारत लगाया गया। घोटाले को लेकर स्वास्थ्य विभाग से दस्तावेज मांगे गए हैं। इस घोटाले में जल्द ही ईओडब्ल्यू एफआईआर दर्ज करेगी।