नई दिल्ली: हर घर में दस्तक दे चुके ब्लडप्रेशर रोग से दिमागी संतुलन बिगड़ सकता है। अमेरिका के रटगर्स कैंसर इंस्टीट्यूट से जुड़े शोधकर्ता बो किन की माने तो, ‘बीपी में उतार-चढ़ाव रक्त प्रवाह की अस्थिरता का बड़ा संकेत हो सकता है। इससे शरीर की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचने के साथ ही मस्तिष्क की संरचना में बदलाव हो सकता है।’
शोध में सामने आया है कि लंबे समय तक ब्लड प्रेशर (बीपी) में उतार-चढ़ाव मस्तिष्क के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता में तेजी से गिरावट आ सकती है। शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष चीन के 986 वयस्कों (55 से ज्यादा उम्र वाले) के आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर निकाला है। इन प्रतिभागियों ने चाइना हेल्थ एंड न्यूटिशन के सर्वे में हिस्सा लिया था। किन ने कहा, ‘बुजुर्गो में बीपी की अस्थिरता को नियंत्रित करने से मस्तिष्क की कार्य क्षमता पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव पर अंकुश लगाया जा सकता है।’ शोध का प्रकाशन हाइपरटेंशन जर्नल में किया गया है।