हैदराबाद। ब्लड बैंक पर छापा मारकर अवैध रूप से रक्त घटक तैयार करने का भंडाफोड़ किया गया है। तेलंगाना राज्य औषधि नियंत्रण प्रशासन (टीएसडीसीए) के औषधि निरीक्षकों ने यह कार्रवाई की। ब्लड बैंक एशियन ब्लड सेंटर द्वारा सिंगल डोनर प्लेटलेट्स, पैक्ड आरबीसी और प्लाज्मा सहित रक्त घटकों की अवैध तैयारी/आपूर्ति का भंडाफोड़ किया गया है।

यह है मामला

टीएसडीसीए के औषधि निरीक्षकों ने ब्लड बैंक एशियन ब्लड सेंटर के परिसर पर छापा मारा। बैंक के पास केवल संपूर्ण मानव रक्त के संग्रह, भंडारण, प्रसंस्करण और वितरण की अनुमति थी। जांच में पता चला कि यहां रक्त घटकों की अनधिकृत तैयारी और वितरण भी किया जाता था। जैसे सिंगल डोनर प्लेटलेट्स, पैक्ड आरबीसी, प्लाज्मा और इन्हें मरीजों तक सप्लाई करना आदि।

गौरतलब है कि सिंगल डोनर प्लेटलेट्स प्लेटलेटफेरेसिस नामक प्रक्रिया के माध्यम से तैयार किए जाते हैं। एशियन ब्लड सेंटर के पास एफेरेसिस प्रक्रिया को अंजाम देने की क्षमता नहीं है। दरअसल, रक्त केंद्र में एफेरेसिस मशीन या ब्लड सेल सेपरेटर जैसे उपकरण उपलब्ध नहीं हैं। .

ब्लड सेंटर के तकनीशियन जे. रवि कुमार ने बताया कि सिंगल डोनर प्लेटलेट्स अवैध रूप से अन्य ब्लड बैंकों (रक्त केंद्रों) से खरीदे जाते हैं और मरीजों को अनधिकृत तरीके से सप्लाई की जा रही है।

डीसीए अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान दो पैक किए गए आरबीसी बैग और एक प्लाज्मा बैग बरामद किए। साथ ही, अकाउंट बुक, संपूर्ण रक्त और रक्त घटकों की बिक्री बिल बुक, रक्त मांग प्रपत्र और एकल दाता प्लेटलेट्स के लेबल जब्त किए हैं।

अनधिकृत तरीके से तैयार और आपूर्ति किए गए रक्त घटक से मरीजों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। डीसीए के डीजी वीबी कमलासन रेड्डी ने कहा कि बिना ड्रग लाइसेंस के सिंगल डोनर प्लेटलेट्स, पैक्ड आरबीसी, प्लाज्मा आदि ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत दंडनीय है। इसमें पांच साल तक की कैद का प्रावधान है।