रुडक़ी (उत्तराखंड)। ड्रग विभाग और विजिलेंस की टीम ने रुडक़ी के चुडिय़ाला में स्थित नकली दवाई बनाने की फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है। टीम ने पशुशाला से 50 पेटी नकली दवाइयां और कई नामी कंपनियों के रैपर बरामद किए हैं। साथ ही चार मशीनों को कब्जे में लेकर दवाओं को सील कर दिया है। छापे की भनक लगते ही फैक्टरी से सभी लोग फरार हो गए। जांच में पता चला है कि उक्त फैक्ट्री भाजपा नेता के भाई की है।
जानकारी अनुसार स्थानीय भाजपा नेता एवं जनप्रतिनिधि के भाई ने सहारनपुर और फिरोजाबाद निवासी दो युवकों के साथ पार्टनरशिप में गांव में ही दवा कंपनी खोल रखी है। दिल्ली विजिलेंस टीम के अधिकारी एसडी शर्मा ने बताया कि पिछले दिनों नामी कंपनियों के अधिकारियों ने शिकायत की थी कि उनके नाम से भगवानपुर में नकली दवाएं बनाई जा रही हैं। शिकायत पर दिल्ली विजलेंस के इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा की टीम क्षेत्र में नजर रख रही थी। उन्हें पता चला कि क्षेत्र में नकली दवाएं बनाई जा रही हैं। भगवानपुर पुलिस को साथ लेकर टीम ने भाजपा नेता के भाई के घेर (पशुशाला) में छापा मारा तो दवा बनाने वाली तीन मशीनें मिलीं। इतना ही नहीं, घेर में एक गोदाम से बड़ी संख्या में नामी कंपनियों की दवाएं, रैपर और लेबल भी बरामद हुए। उन्होंने बताया कि लेबल और रैपर पर एलकेएम, टोरेंट और सिप्ला समेत अन्य कंपनियों के नाम लिखे हुए थे। गोदाम से नामी कंपनियों के नाम से बनी विटामिन और कैल्शियम टैबलेट बरामद हुईं। इसके अलावा भगवानपुर क्षेत्र के रायपुर से भी एक मकान से दवा बनाने वाली मशीन मिली है। पता किया जा रहा है कि यह मशीन किसकी है। सभी दवाओं और मशीनों को सील कर भगवानपुर थाने में रखवा दिया गया है। दवाओं के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। साथ ही मामले में पुलिस को शिकायत भी दे दी गई है। विजिलेंस इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा ने बताया कि मौके पर फूड प्रोडक्ट का एक्सपायर हो चुका लाइसेंस मिला है। एक्सपायर लाइसेंस पर यहां दवाइयां बनाई जा रही थी, जो कि गैर कानूनी है। तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया गया है।