नई दिल्ली। देश में रोबोट सर्जरी सस्ती होने की उम्मीद है। अमेरिका में बतौर कार्डियोलॉजिस्ट काम करने वाले भारतीय डॉक्टर सुधीर श्रीवास्तव ने रोबोट की अपनी तकनीक तैयार की है। खास बात यह है कि डॉक्टर सुधीर भले ही अमेरिका में काम कर रहे हों, लेकिन उन्होंने इसका सॉफ्टवेयर विशाखापटनम में बनाया है, जबकि रोबोट चीन में तैयार किया है। इसका एनिमल ट्रायल भी चीन में हो चुका है। अब भारत में ह्यूमन ट्रायल होना बाकी है। इस रोबोट की खास बात यह है कि इसका इस्तेमाल हर प्रकार की सर्जरी में संभव होगा।
राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट और रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डॉक्टर सुधीर कुमार रावल ने बताया कि रोबोट से सर्जरी के कई फायदे हैं। इसमें दर्द कम होता है, ब्लड लॉस कम होता है और रिकवरी भी तेजी से होती है। एक रोबोट की कीमत लगभग दो मिलियन डॉलर(14 करोड़) है। इस वजह से इससे इलाज कराना भी महंगा है। भारत में फिलहाल गिने-चुने अस्पतालों में ही यह सुविधा उपलब्ध है। अभी भारत में अमेरिकन रोबोट का इस्तेमाल सर्जरी के लिए हो रहा है। जल्द ही भारतीय मूल के डॉक्टर द्वारा बनाए जा रहे रोबोट से इलाज हो सकेगा। भारत में इस रोबोट की कीमत लगभग चार करोड़ होगी, जो कि अमेरिकन रोबोट से करीब 10 करोड़ रुपये सस्ता होगा। यह देश के लिए न केवल गौरव की बात होगी, बल्कि मरीजों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इससे हर प्रकार की सर्जरी संभव हो पाएगी। रावल का यह भी कहना है कि भारतीय रोबोट लॉन्च होने के बाद इससे इलाज सस्ता हो सकता है। उन्होंने बताया कि रोबोट से इलाज के दौरान रनिंग कॉस्ट काफी होता है। हर 10 सर्जरी के बाद रोबोट लॉक हो जाता है। कुछ इंस्ट्रूमेंट बदलने होते हैं, उसके बाद ही यह काम करता है। जिस पर दो से ढाई लाख तक का खर्च आता है। इसलिए अभी एक प्रोस्टेट की सर्जरी में लगभग साढ़े तीन लाख का खर्च आता है।