नई दिल्ली
भारी विरोध के बाद केंद्र सरकार ने 3 जीवनरक्षक दवाइयों पर कस्टम ड्यूटी में छूट फिर से बहाल कर दी। सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम (सीबीईसी) ने ऑक्ट्रियोटाइड, सोमेट्रोपिन और हीमोफिलिक पर टैक्स छूट बहाल करने की अधिसूचना जारी कर दी है। इन दवाइयों का प्रयोग मुख्य रूप से हार्मोन संबंधी विकार, विकास की विफलता और हीमोफीलिया के इलाज के लिए किया जाता है।
कैंसर और हार्मोन में कमी की दवाएं ऑक्ट्रियोटाइड दवा गंभीर दस्त के लक्षण और हार्मोन संबंधी विकार के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है। इसका इस्तेमाल कैंसर के इलाज के लिए भी किया जाता है। सोमेट्रोपिन, मुख्य तौर पर बच्चों और वयस्कों में हार्मोन की कमी के इलाज के रूप में काम आती है। यह जीर्ण गुर्दे की विफलता के इलाज के लिए उपयोगी है। हीमोफिलिक का इस्तेमाल खून में कमी की बीमारी की रोकथाम के लिए किया जाता है।
गौरतलब है कि इससे पहले इस महीने सरकार ने कैंसर और एचआईवी के इलाज के लिए इस्तेमाल के लिए उपायेगी और लोगों की जान बचाने वाली 74 दवाओं पर सीमा शुल्क छूट वापस ले लिया था जिसका जबरदस्त विरोध हुआ। सरकार का तर्क था कि वे इन दवाइयों का उत्पादन भारत में बढ़ाना चाहती है।
अभी 70 दवाओं पर कस्टम ड्यूटी: अभी भी करीब 70 ऐसी दवाओं पर सीमा शुल्क है, जो गुर्दे की पथरी, कैंसर कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी, मधुमेह, पार्किंसंस रोग, हड्डी रोगों और संक्रमण के इलाज के लिए एंटीबायोटिक के इलाज के लिए इस्तेमाल में काम आती है। इसके अलावा, जीवाणु संक्रमण, ल्यूकेमिया, एनेस्थेटिक दवा, मानव इम्यूनो वायरस (एचआईवी) या हेपेटाइटिस बी वायरस कोशिकाओं, एलर्जी, गठिया, अल्सरेटिव कोलाइटिस के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली करीब 300 दवाइयां ऐसी हैं, जिन पर कस्टम ड्यूटी लगी हुई है।