रोहतक। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यूपी के गाजियाबाद में चल रहे भ्रूण लिंग जांच केंद्र का भंडाफोड़ किया है। घर में अल्ट्रासाउंड मशीन से लिंग जांच करने वाले फर्जी डॉक्टर व एक दलाल को मौके पर रंगे हाथों पकड़ा गया है। अल्ट्रासाउंड करने वाला व एक अन्य दलाल फिलहाल फरार है। इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की शिकायत पुलिस को दी गई है।
सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके की गर्भवती महिलाओं की गाजियाबाद में भ्रूण लिंग जांच की जाती है। इसके चलते सीएमओ ने एक टीम गठित की। टीम ने एक फर्जी महिला ग्राहक को तैयार कर भ्रूण लिंग जांच करने वालों से संपर्क किया। गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित कृष्णा कॉलोनी में सुभाष शर्मा के घर 35 हजार रुपये में लिंग जांच का सौदा तय हुआ। लिंग जांच के लिए महिला को मुरादनगर पहुंचने पर एक बाइक सवार अपने साथ ले गया। बाइक सवार युवक महिला को सुभाष शर्मा के घर ले गया। यहीं अवैध रूप से रखी अल्ट्रासाउंड मशीन पर सचिन त्यागी ने महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण का लिंग जांचा। इस बारे में महिला को बताने के बाद टीम ने समय पर कार्रवाई करते हुए सुभाष शर्मा को मौके से दबोच लिया। इसके पास न तो डॉक्टरी की डिग्री मिली और न ही अल्ट्रासाउंड मशीन का पंजीकरण व रिकॉर्ड पाया गया। मौके पर महिला को लाने वाला दलाल राजा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। अल्ट्रासाउंड करने वाला सचिन त्यागी वहां से निकल भागा। इसके अलावा, बाइक पर मौजूद दूसरा दलाल भी पुलिस पकड़ से बाहर है। गाजियाबाद प्रशासन के साथ मिलकर की गई इस कार्रवाई में टीम ने मौके से पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन भी बरामद कर ली है। इसे सील कर दिया गया है।
पीएनडीटी एक्ट के नोडल ऑफिसर डॉ. विकास सैनी ने बताया कि पकड़े गए दो आरोपियों व अल्ट्रासाउंड मशीन को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस कार्रवाई के लिए शिकायत दे दी गई है। सीएमओ के निर्देश पर कार्रवाई करने वाली टीम में डॉ. संजीव मलिक, डॉ. विशाल चौधरी, डॉ. विजय, नीरज, जोगेंद्र, प्रदीप, सुरेंद्र शामिल रहे। गाजियाबाद टीम से डॉ. मुंशीलाल, गेजेंद्र सिंह, लाखन व पुलिस विभाग से सविता, सोनिया, संदीप, रणधीर मौजूद रहे।