छत्तीसगढ़। मरीज की मौत के मामले में चार वरिष्ठ डाक्टरों को सात साल बाद गिरफ्तार कर पाने में पुलिस को सफलता मिली है। हालांकि, बाद में चारों आरोपी डॉक्टरों को निजी मुचलके पर जमानत दे दी गई है।
मेडिकोलीगल की रिपोर्ट के बाद एफआईआर दर्ज
जानकारी अनुसार एक निजी अस्पताल में 29 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी। इस मामले मेें पुलिस को मेडिकोलीगल इंस्टीट्यूट होम (पुलिस) विभाग, मेडिकोलीगल विशेषज्ञ और मेडिकोलीगल सलाहकार से एक रिपोर्ट मिली।
डाक्टरों की लापरवाही से हुई मौत
इस रिपोर्ट में डॉक्टरों और अस्पताल प्रबंधन की ओर से युवक के इलाज में लापरवाही की बात सामने आई थी। जिसके चलते युवक की मौत हो गई थी। यह मामला सात साल पहले का है। अब रिपोर्ट मिलने पर पुलिस ने भादंसं की धारा 304 (ए) , 201 और 34 के तहत चारों आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
जमानता पर किए रिहा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मरीज की मौत के मामले में दर्ज एफआईआर को लेकर बाद में चारों आरोपी डॉक्टरों को निजी मुचलके पर जमानत दे दी गई है। फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है।