जयपुर : राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर मानव अंग एवं प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994 के तहत समुचित प्राधिकारी की सहायता एवं सलाह के लिए सलाहकार समिति का गठन किया है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव इस समिति के चेयरपर्सन तथा चिकित्सा शिक्षा आयुक्त सदस्य सचिव होंगे। समिति में लॉ एंड लीगल अफेयर विभाग के संयुक्त सचिव, एसएमएस मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक के अधीक्षक डॉ. विनय मल्होत्रा, न्यूरोसर्जरी के सीनियर प्रोफेसर डॉ. मनीष अग्रवाल, सेवानिवृत्त आरएएस अधिकारी श्री ओपी गुप्ता, कोटा की डॉ. नील प्रभा नाहर, मोहन फाउण्डेशन चेन्नई के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. सुनील श्रॉफ एवं कांवटिया अस्पताल जयपुर के प्रिंसिपल स्पेशलिस्ट डॉ. दिनेश शर्मा सदस्य होंगे। कमेटी का कार्यकाल दो वर्ष का होगा एवं इसका प्रशासनिक विभाग चिकित्सा शिक्षा विभाग (ग्रुप-1) होगा।
फिर शुरू हुआ अंगदान एवं प्रत्यारोपण का सिलसिला
ऑथराइजेशन कमेटी के गठन के बाद अंगदान एवं अंग प्रत्यारोपण को लेकर प्रदेश में फिर से मजबूती के साथ कार्य प्रारंभ हो गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने बताया कि राज्य सरकार अंगदान एवं अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित है। विभाग के प्रयासों से कमेटियों के गठन के बाद प्रदेश में अंगदान एवं प्रत्यारोपण का सिलसिला फिर शुरू हो गया है।
तीन लोगों को मिला जीवनदान
श्रीमती सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जयपुर के नारायणा अस्पताल में प्रदेश का 59वां अंगदान हुआ। गुजरात मूल हाल जयपुर निवासी 44 वर्षीय श्री शुक्ला तेजस उपेन्द्र कुमार का 21 मई 2024 को एक्सीडेंट हुआ था। उन्हें 24 मई को ब्रेन डेड घोषित किया गया। चिकित्सकों तथा ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर की समझाइश के बाद परिजन उनके अंगदान के लिए तैयार हुए। इसके बाद एक किडनी व लिवर सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर में भेजा गया तथा एक किडनी का प्रत्यारोपण नारायणा हॉस्पिटल जयपुर में किया गया। इस प्रकार उपेन्द्र कुमार तीन लोगों को जीवनदान दे गए।