सिरसा। देशभर के मेडिकल और सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव्स अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे। एसोसिएशन ने सरकार और दवा मालिकों को चेतावनी दी कि जल्द उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।
मेडिकल और सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव एसोसिएशन ने देश के सभी राज्यों में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की। इस मौके पर एसोसिएशन के हरियाणा चेयरमैन विनय शर्मा ने कहा कि वे लंबे समय से केंद्र सरकार व दवा कंपनियों के मालिकों के सामने अपनी मांगें रखते आए हैं। अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है।
करेंगे बड़ा आंदोलन
मांगों को लेकर अनदेखी के चलते उन्हें हड़ताल करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कई बार सूचित करवाने पर भी मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा। इससे केंद्र सरकार व दवा कंपनियों के मालिकों का उदासीन रवैया दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व दवा कपंनियों के मालिक जल्द इस संबंध में कोई ठोस कदम उठाएं। अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे आगामी आंदोलन की रूपरेखा बनाएंगे।
ये हैं एसोसिएशन की मांगें
चेयरमैन शर्मा ने बताया कि उनकी मांग है कि सेल्स प्रोमोशन इम्पलाइज (सेवा की शर्तें) एक्ट 1976 को बहाल रखा जाए। इसके अलावा, सेल्स प्रोमोशन इम्पलाइज के काम की वैधानिक नियमावली लागू की जाए। मेडिकल रिप्रजेन्टेटिव्स के सरकारी अस्पताल एवं संस्थानों में उनके काम करने के कानूनी अधिकारों की रक्षा की जाए। दवा एवं स्वास्थ्य उपकरणों का दाम कम किया जाए।
दवा एवं स्वास्थ्य उपकरणों पर जीएसटी समाप्त की जाए। वहीं, डाटा प्राईवेसी की रक्षा की जाए। इसके अलावा सेल्स प्रोमोशन इम्पालाइज का सेल्स के आधार पर उत्पीडऩ और छंटनी बंद की जाए। ट्रेकिंग एवं निगरानी के जरिए निजता के अधिकार का हनन बंद किया जाए। कार्य क्षेत्र में प्रवेश एवं काम के कानूनी अधिकार को बहाल किया जाए।