जोधपुर। अब हर केमिस्ट को अपनी दुकान पर जेनेरिक दवाइयां भी रखनी होंगी। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि केमिस्ट जेनेरिक दवाइयां दुकानों पर रखने में आनाकानी करते थे, लेकिन अब हर दुकानदार को अपनी दुकान में एक अलग स्थान बनाकर उसमें जेनेरिक दवाइयां रखनी होंगी। आगामी दो अक्टूबर तक यह नई व्यवस्था जोधपुर संभाग में शुरू हो जाएगी। इस बारे में दो साल पहले जारी आदेश को अब सख्ती से लागू कराया जाएगा।
जोधपुर के संभागीय आयुक्त एवं राजस्थान में जेनेरिक दवाइयों की शुरूआत करने वाले डॉ. समित शर्मा ने बताया कि प्रत्येक खुदरा विक्रेता को अलग से सेल बनानी होगी, उसमें जेनेरिक दवाइयां रखनी होगी। साथ स्पष्ट लिखा होना चाहिए कि यहां जेनेरिक दवाइयां मिलती है। इसके लिए पूरे संभाग के जिला कलेक्टर के साथ बैठक कर ली गई है। साथ ही ड्रग्स कंट्रोल से जुड़े पदाधिकारी और सीएमएचओ को निर्देश जारी कर दिए गए है। करीब 4 हजार खुदरा विक्रेता है, वहां अब जेनेरिक दवाइयां मिलने से आमजन को फायदा होगा। हालांकि ड्रग्स जनरल का आदेश दो साल पुराना है लेकिन उसे गंभीरता से लागू करने का प्रयास नहीं किया गया। 2 अक्टूबर से पहले इसे लागू करवाने का प्रयास किया जाएगा।
गौरतलब है कि एक दवाइयां वो होती हैं, जो ब्रांडेड के नाम से जानी जाती हंै। दूसरी वो हंै, जिसमें फार्मूला समान होता है लेकिन वो ब्रांडेड के मुकाबले में 5 से 8 गुणा सस्ती होती है। ऐसी दवा जेनेरिक कहलाती है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल की ओर से जारी आदेश के अनुसार जब हर दुकानदार जेनेरिक दवाइयां रखेंगे। साथ ही दवा विक्रेता के साथ बैठक कर कोशिश करेंगे कि वो एमआरपी यानि उत्पादन लागत से वो कई गुणा अधिक होती है। ऐसे में अगर वो थोड़ा सा मुनाफा कमा कर अगर ग्राहकों को देंगे तो काफी फायदा होगा। इसके लिए दुकानदारों के साथ वार्ता कर प्रयास किए जाएंगे।