मुरादाबाद। पश्चिम उत्तर प्रदेश में स्थित मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा तहसील में दो मेडिकल स्टोर से करीब 16 लाख रुपए की नशीली और नकली दवाइयां बरामद हुई हैं। पुलिस ने दो मेडिकल स्टोर संचालकों को गिरफ्तार कर लिया है। पता चला है कि ये दवाइयां जहरखुरानी गिरोह और उत्तराखंड के सीमावर्ती जिलों में सप्लाई की जाती थीं। जानकारी अनुसार औषधि विभाग ने पुलिस टीम को साथ लेकर ठाकुरद्वारा के कमालपुरी चौराहा स्थित शिव मेडिकल स्टोर और तिकोनिया बस स्टैंड के पास सरताज मेडिकल स्टोर पर छापामारी की। दोनों के गोदाम से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाइयां मिलीं। जांच के दौरान स्पास्मो प्रोक्सिवान प्लेन और प्लस, एविल टैबलेट-इंजेक्शन, डायजापाम टैबलेट-इंजेक्शन, ट्रॉमाडोल इंजेक्शन, ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन, उत्तेजनावर्धक दवाओं की पेटी मिली। सरताज मेडिकल से करीब एक लाख और शिव मेडिकल से करीब 15 लाख की नकली और नशीली दवाइयां मिली हैं। पुलिस ने सरताज मेडिकल स्टोर संचालक जावेद अली निवासी मीरपुर मोहन चक थाना डिलारी, गिरिराज सिंह निवासी मलकपुर सेमली थाना डिलारी को गिरफ्तार कर केस दर्ज कराया गया है।
छापेमारी से पहले असिस्टेंट कमिश्नर आरपी पांडेय तिकोनिया बस स्टैंड स्थित सरताज मेडिकल स्टोर पर रुके। उन्होंंने स्टोर संचालक जावेद अहमद से उत्तेजना बढ़ाने वाली दवा मांगी। उनके वाहन पर उत्तर प्रदेश सरकार भी लिखा था लेकिन स्टोर संचालक ने 100 रुपए में दवा उन्हें दे दी। उन्होंने दवा जेब में रखने के बाद कार्रवाई करने के आदेश दिए। दवा की दो थोक की दुकानों के गोदाम से नकली और नशीली दवाइयां बरामद होने की खबर फैलते ही आसपास और गांव के मेडिकल स्टोर पर संचालक ताले लगाकर चले गए। सुरजन नगर, शरीफ नगर, फरीद नगर, रतुपुरा, जटपुरा, करनपुर, ढकिया, डिलारी, जटपुरा में दुकानें बंद कर दी गईं। औषधि निरीक्षक नरेश दीपक मोहन ने बताया कि मुरादाबाद से नशीली दवाइयां बेचे जाने की जानकारी मिलने पर छापेमारी की गई। शिव मेडिकल स्टोर संचालक गिरोह चलाता है। वह पहले भी इसी मामले में जेल जा चुका है। अन्य स्थानों पर भी छापामारी की जाएगी।