श्योपुर। पुलिस ने शहर के एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर नशीली दवाइयां जब्त की हैं। पुलिस को शिकायत मिली थी कि पाली रोड स्थित गोयल मेडिकल स्टोर पर डॉक्टर के पर्चे बिना नशीली दवाएं बेचने का कारोबार किया जा रहा है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मेडिकल स्टोर पर दबिश दी। जांच में पुलिस को मेडिकल स्टोर पर वह दवा मिल गई जिसे वह डॉक्टर के पर्चे बिना बेचता था। पुलिस ने लोमोटिल व अल्प्राजोलम टेबलेट जब्त कर ली। इनकी कीमत करीब 5000 हजार रुपए बताई जा रही है।
जानकारी अनुसार पुलिस को एक युवक के परिजनों से शिकायत की थी कि गोयल मेडिकल स्टोर से डॉक्टर के पर्चे के बिना नशे की दवाएं दी जाती हंै। इससे उनका बेटा नशे का आदी हो रहा है। पुलिस ने इस शिकायत को गंभीरता से लेकर मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। कार्रवाई के बाद पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर को इसकी सूचना दी। ड्रग इंस्पेक्टर दिनेश सिंह राजपूत ने बताया कि मेडिकल स्टोर पर लाइसेंस तो है, लेकिन वह बिना डॉक्टर के पर्चे पर दवाएं नहीं बेच सकता। अब ड्रग एक्ट के तहत मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई की जाएगी। कहा गया है कि मेडिकल स्टोर का लाइसेंस भी कैंसिल हो सकता है।
गौरतलब है कि जिंदगी चलाने और बचाने के लिए शहर में थोक के भाव खुली दवा दुकानों में जहर बेचा जा रहा है। दवा दुकानदार बगैर डाक्टर की पर्ची के ही कई प्रतिबंधित दवाएं लोगों को मुनाफा कमाने के चक्कर में दे रहे हैं, जो लोगों की जान के लिए घातक हैं। शहर के सभी इलाकों में नशीली दवाओं का अवैध कारोबार चल रहा है। दिन हो या रात, खरीदने वाले खुलेआम इन दुकानों पर पहुंचते हैं और मनमाफिक नशे की दवा खरीदते हैं। ड्रग्स कंट्रोल विभाग कभी झांककर भी नहीं देखता। शहर की कई दुकानों पर दवा की आड़ में नशे का कारोबार हो रहा है। कोरेक्स व अन्य प्रतिबंधित दवाएं, जिन्हें डाक्टर की पर्ची के बिना देना अपराध की श्रेणी में आता है, खुलेआम बिक रही हैं। नशेड़ी इन्हें अधिक दामों में भी खरीद लेते हैं। इस कारण दुकान संचालकों के लिए यह कमाई का बड़ा जरिया है। ड्रग विभाग व पुलिस से सांठगांठ होने से यहां छापे नहीं पड़ते।