मेरठ (उप्र)। मेडिकल स्टोर पर छापामारी कर ट्रिप्सिन काइमोट्रिप्सिन दवा को सीज करने का समाचार है। औषधि विभाग ने खैरनगर में दो मेडिकल स्टोर से ट्रिप्सिन काइमोट्रिप्सिन दवा को सीज कर इसके सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। विभाग ने ये कार्रवाई दवाओं के नकली होने की शिकायत पर की है।
यह है मामला
बताया गया है कि औषधि विभाग को शिकायत मिली थी कि नकली ट्रिप्सिन काइमोट्रिप्सिन दवा की बड़ी खेप फर्जी बिल पर मुंबई से मोदीनगर लाई गई है। वहां से इसे गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर जिलों में सप्लाई किया गया है। सूचना पर विभाग की टीम ने खैरनगर में दो मेडिकल स्टोरों पर छापा मारकर ये दवाइयां पकड़ीं। इन दवाओं को सीज कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि ये दवाएं जिले में कई मेडिकल स्टोर और आसपास के कुछ जिलों में भी सप्लाई की गई हैं। औषधि विभाग उसे पता कर जब्त करने की कार्रवाई में जुटा है। इस दवा का उपयोग दर्द और सूजन कम करने में किया जाता है। सहायक आयुक्त ड्रग अरविंद कुमार गुप्ता ने जानकारी दी कि काइमोट्रिप्सिन दवा के बैच नंबर की नकली दवा की शिकायत पर छापामारी की गई थी। एक मेडिकल स्टोर से काइमोट्रिप्सिन दवा के 34 पत्ते मिले, उन्हें सीज कर दिया गया है। एक बैच का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
एंटीऑक्सीडेंट दवा है ये
ट्रिप्सिन काइमोट्रिप्सिन एक सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट दवा है। इसका इस्तेमाल आमतौर पर ऊतकों में रक्त के थक्कों के कारण होने वाली सूजन के इलाज के लिए किया जाता है। उन्होंने बताया कि जहां-जहां ये दवा सप्लाई की गई हैं, उसका पता लगाकर जब्त किया जा रहा है।