कुरुक्षेत्र (हरियाणा)। मेडिकल स्टोर संचालक कोड वर्ड के आधार पर प्रतिबंधित नशीली दवाइयां धड़ल्लेे से बेच रहे हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम की जांच में सामने आया कि प्रतिबंधित दवाइयां बिना डाक्टरी पर्चे के बेची जा रही हैं। दवा दुकानदार नीले और काले पत्ते की दवाई कोड वर्ड बताने पर तुरंत ये दवा उपलब्ध करा देते हैं।
पुराने ग्राहक को ही मिलती है दवाई
बता दें कि शामली, कांधला और थानाभवन क्षेत्र में कुछ मेडिकल स्टोर संचालकों के यहां पर प्रतिबंधित गोलियों की खरीदारी करने वालों की लाइन लगती है। हालांकि, नशीली दवाएं पुराने खरीदारों को ही दी जाती है। अनजान ग्राह को साफ मना कर दिया जाता है।
ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय के अनुसार उन्होंने शामली में एक मेडिकल स्टोर पर छापामारी की। मौके से नशे में इस्तेमाल की जाने वाली करीब 500 गोलियां बरामद की गई। दवा दुकानदार से जब दवाओं की खरीद व बिक्री का रिकार्ड मांगा गया तो वह इसे नहीं दिखा पाया। इस पर दवाओं के सैंपल लेकर लखनऊ प्रयोगशाला में भेजे गए हंै। संबंधित मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 के तहत लाइसेंस कैंसिल की कार्रवाई की जाएगी।
ऑक्सीटोक्सीन इंजेक्शन बेचने पर कैमिस्ट का लाइसेंस कैंसिल
औषधि निरीक्षक ने बताया कि बिडौली में गुल्लू के मेडिकल स्टोर पर छापामारी की गई थी। यहां पर पशुओं को लगाए जाने वाले ऑक्सीटोक्सीन इंजेक्शन की बिक्री की जा रही थी। यहां से लिए सैंपल की लैब में रिपोर्ट में पुष्टि होने पर गुल्लू का लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया है। इस संबंध में जल्द ही कोर्ट में केस दर्ज करवाया जाएगा।