पटना (बिहार)। अब मेडिसिन एक्सपायर होने से पहले ही मोबाइल पर मेसेज के जरिए अलर्ट कर दिया जाएगा। यह नई पहल बिहार सरकार ने शुरू की है। यह कवायद मरीजों को सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दी जाने वाली दवाइयों के संबंध में है। स्वास्थ्य विभाग ने दवाइयों को एक्सपायर होने या तिथिवाद से बचाने के लिए यह कदम उठाया है।

राज्य स्वास्थ्य मेसेज भेजकर करेगा अलर्ट

राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी दवाओं को एक्सपायर होने से पूर्व सूचित करने की नई पहल की है। दवा एक्सपायर होने के छह महीने पहले से संबंधित दवा भंडार केंद्र के प्रभारी, अस्पताल प्रमुख और सिविल सर्जन को उनके मोबाइल पर मेसेज भेजेगा। स्वास्थ्य विभाग ने इस सेवा को तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया है।

बैठक में किया गया मंथन

जानकारी अनुसार, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव के स्तर पर समीक्षा बैठक हुई थी। बैठक में मामला उठा कि सरकारी अस्पतालों में उचित देखभाल और रखरखाव की कमी में काफी दवाएं बर्बाद होती हैं।

दवाइयों को एक्सपायर होने से बचाने का निर्णय

सही समय पर मरीजों को वितरित न होने से ज्यादातर दवाएं एक्सपायर हो जाती हैं। दवाओं की यह बर्बादी और नुकसान को देखते हुए इसके विकल्प पर मंथन किया गया। बैठक में सहमति बनी कि दवाओं को एक्सपायर होने से बचाने के लिए दवा भंडार केंद्र, अस्पताल प्रभारी व सिविल सर्जन को अलर्ट करने की व्यवस्था बनाई जाए।

दवा के एक्सपायर होने की तिथि नजदीक आने पर संबंधित लोगों को अलर्ट मैसेज भेजे जाएंगे। इससे दवाएं एक्सपायर होने से पूर्व ही अधिक मांग वाले जिलों में भेजी जा सकेगी। इससे दवा की बर्बादी बचेगी। वहीं सरकार को आर्थिक नुकसान से भी बचाया जा सकेगा।

यह बनाई व्यवस्था

समीक्षा बैठक के दौरान दवाओं को एक्सपायर होने के छह महीने पहले ही अलर्ट मैसेज भेजने का निर्णय लिया गया है। तीन महीने रहने पर दूसरा अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा। इसके बाद एक महीना शेष रहने पर तीसरा अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा। इस कवायद में महीना बाकि रहने पर हर सप्ताह अलर्ट मैसेज जाएगा।