नई दिल्ली। मैनकाइंड फार्मा ने कोरोना राहत में गलती से एक छोटी सी गलती के चलते 250 करोड़ रुपये दान कर दिए थे। कंपनी के प्रबंध निदेशक राजीव जुनेजा ने एक साक्षात्कार के दौरान यह खुलासा किया है।

पहले 21 करोड़ रुपये दान करने की थी योजना

एमडी जुनेजा ने बताया कि शुरू में 21 करोड़ रुपये दान करने की योजना बनाई गई थी। कंपनी फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए कोविड-19 राहत प्रयासों में मदद करना चाह रही थी। बाद में राशि बदलने और गलती से एक शून्य ज्यादा लग जाने के कारण उसने 250 करोड़ रुपये का दान कर दिया। यह बड़ी राशि गलत गणना के परिणाम स्वरूप हो गई थी।

बेटे के कहने पर बदला विचार

जुनेजा ने जानकारी देते हुए बताया कि परिवार में हमारी बहस भी हुई। हमें लगा कि हमारे पास बहुत कुछ है और हमें जरूर दान देना चाहिए। हमने 21 करोड़ रुपये दान करने का निर्णय लिया। तभी बेटे ने कहा कि हमारा इतना बड़ा बिजनेस है। हमें और दान करना चाहिए।

उसी दौरान बालीवुड अभिनेता अक्षय कुमार द्वारा 50 करोड़ रुपये दान करने का भी समाचार मिला। तब बेटे के अनुरोध पर फिर से दान की जाने वाली रकम के बारे मेें सोचा। जुनेजा ने कहा कि योगदान को गोपनीय रखने की बजाय इसे जनता तक पहुंचाना जरूरी होता है। इससे दूसरों को भी दान देने की प्रेरणा मिलती है।

गलत गणना के कारण दी गई ज्यादा राशि

मैनकाइंड फार्मा

बता दें कि फार्मा दिग्गज ने प्रधानमंत्री राहत कोष और विभिन्न अन्य फंडों के साथ-साथ ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए भी दान दिया था। जुनेजा ने कहा कि गलत गणना के कारण, अनुमानित दान राशि में हमारे द्वारा दान की गई वास्तविक राशि से एक शून्य कम था। मैनकाइंड फार्मा ने यह भी घोषणा की थी कि वह केमिस्ट, पुलिस अधिकारी, नर्स या डॉक्टर सहित किसी भी फ्रंटलाइन वर्कर की मृत्यु पर एक निश्चित राशि दान करेगी।

10 गुना अधिक दान करना पड़ा

हम समझ गए थे कि डॉक्टर और नर्स मर रहे हैं। हमने प्रतिज्ञा की थी लेकिन हमें उससे 10 गुना अधिक दान करना पड़ा। इसलिए हमने उस समय लगभग 250 करोड़ रुपये दिए। हमने बिना किसी अपेक्षा के दिया। लेकिन हमें इसके लिए बहुत प्यार और सराहना मिली। यह सब अप्रत्याशित था। एक गलती से कुछ बड़ा हो गया।