वाराणसी: बीएचयू स्थित दवा दुकान पर जल्द जेनेरिक दवाएं मिलने लगेंगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने जेनेरिक कमेटी बनाई है। कमेटी ने लगभग डेढ़ हजार तरह की जेनेरिक दवाओं की सूची भी तैयार कर ली है। प्रक्रिया पूरी होते ही तय की गई कंपनियों को डिमांड भेज दी जाएगी। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ओ.पी. उपाध्याय ने बताया कि आदेश के बावजूद जेनेरिक दवाएं न लिखने का कारण दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पाना है। अगले दो से तीन माह में अस्पताल की दुकान पर लगभग सभी तरह की बीमारियों की जेनेरिक दवाएं उपलब्ध होंगी। इसके लिए सात कंपनियां भी चिह्नित की गई हैं। कुलपित से स्वीकृति मिलते ही उन दवाओं की सूची को बोर्ड पर लगा दिया जाएगा ताकि कोई भी मरीज को यह न कह पाए कि दवा नहीं है।
डॉ. उपाध्याय ने कहा कि कि जेनेरिक दवाएं उपलब्ध होने के बावजूद अस्पताल के किसी डॉक्टर ने बाहरी दवा लिखी तो उसे कारण बताना होगा। कारण में खोट पाया गया तो संबंधित डॉक्टर पर कार्रवाई होगी। बता दें कि अस्पताल में हर दिन दो से तीन हजार मरीज इलाज कराने आते हैं। इनके इलाज के लिए दवाओं पर हजारों रुपये खर्च आता है। दवाओं की उपलब्धता न होने का हवाला देकर ब्रांडेड और महंगी दवाएं लिखी जा रही हैं। चूंकि सरकार सस्ता इलाज मुहैया कराने को लेकर बेहद गंभीर है लिहाजा प्रधानमंत्री का लोकसभा क्षेत्र होने के नाते वाराणसी में इस व्यवस्था को अतिशीघ्र लागू करने की सारी कोशिशें हो रही हैं।